Russia Ukraine War: रूस के हमले से फिर दहला दक्षिणी यूक्रेन, इन जगहों पर हो रही है जबरदस्त गोलीबारी
रूस डोनेत्स्क के कब्जे वाले इलाकों में जनमत संग्रह की योजना बना रहा है। इस क्षेत्र में अलगाववादी पहले से सक्रिय रहे हैं। इस लिए रूस जनमत संग्रह को लेकर आश्वस्त है। बता दें कि रूस का उद्देश्य पूर्वी यूक्रेन के डोनेत्स्क और लुहांस्क क्षेत्र पर कब्जा करना है।
कीव, एजेंसी। युद्ध शुरू होने के बाद से ही मुख्य निशाना बने यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्र डोनेत्स्क के कई शहरों पर रूस ने फिर भारी गोलाबारी की है। यूक्रेन ने भी दावा किया है कि उसने भी हमलों का माकूल जवाब दिया है। यूक्रेनी सेना के जनरल स्टाफ की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी सेना ने दक्षिणी क्षेत्र में, विशेष रूप से रूस के कब्जे वाले खेरसान रीजन में कई शहरों पर गोलाबारी की है, जिसे यूक्रेन तेजी से अपने कब्जे में लेने का प्रयास कर रहा है। इस बीच, यूक्रेन से अनाज लेकर संयुक्त राष्ट्र का पहला मालवाहक जहाज रविवार को अफ्रीका के लिए रवाना हो गया है। वहीं, जपोरीजिया परमाणु संयत्र को नुकसान पहुंचने को लेकर भी अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता बनी हुई है।
कब्जे वाले क्षेत्र में रूस की जनमत संग्रह की योजना
आइएएनएस एजेंसी के अनुसार, रूस डोनेत्स्क के कब्जे वाले इलाकों में जनमत संग्रह की योजना बना रहा है। इस क्षेत्र में अलगाववादी पहले से सक्रिय रहे हैं। इस लिए रूस जनमत संग्रह को लेकर आश्वस्त है। डीपीए न्यूज एजेंसी के अनुसार, रूस का उद्देश्य पूर्वी यूक्रेन के डोनेत्स्क और लुहांस्क क्षेत्र पर कब्जा करना है। इसके साथ ही रूस ने कहा है कि यूक्रेन दिवालिया हो चुका है, वह अपनी वित्तीय स्वतंत्रता खो चुका है। इसके नागरिकों को यह बिना पश्चिम की सहायता से नहीं मिल सकता है।
जपोरीजिया परमाणु संयंत्र पर गोलाबारी कर रहा रूस: जेलेंस्की
इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यूक्रेन स्थित यूरोप के सबसे बड़े जपोरीजिया परमाणु संयंत्र को रूसी सैनिकों द्वारा नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने इसके लिए पश्चिमी देशों से रूस के परमाणु उद्योग पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। समाचार एजेंसी राॅयटर्स के मुताबिक, यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा कि रूसी सैनिक या तो जपोरीजिया परमाणु संयंत्र पर गोलाबारी कर रहे हैं या तो इसे यूक्रेन पर हमले के लिए बेस के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि, जेलेंस्की ने विस्तार से कुछ नहीं बताया। परमाणु संयंत्र के नुकसान पहुंचने को लेकर यूएन महासचिव भी चिंता जता चुके हैं।