लाउसाने, एपी। यूक्रेन की कड़ी आपत्ति के बीच रूस का अगले साल होने वाले पेरिस ओलिंपिक में टीम भेजने का रास्ता गुरुवार को साफ हो गया। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने बुधवार को संकेत दिया था कि वह 2024 पेरिस ओलिंपिक में रूस और उसके सहयोगी बेलारूस की आधिकारिक रूप से तटस्थ टीमों के रूप में समर्थन करती है, जबकि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने उन्हें पूरी तरह से बाहर करने की याचिका दायर की थी।

एक दिन बाद, रूस और बेलारूस को एशियाई खेलों में प्रतिस्पर्धा करने के लिए आमंत्रित किया गया, जो एक प्रमुख ओलिंपिक क्वालीफायर है। रूस आमतौर पर यूरोप के हिस्से के रूप में प्रतिस्पर्धा करता है, लेकिन जिन देशों में क्वालीफाइंग इवेंट्स होंगे उनसे तनावपूर्ण संबंध होने की वजह से वह ऐसा नहीं कर सकता है। यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रूस और बेलारूस को ओलिंपिक खेलों में लगभग सभी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं से रोक दिया गया है।

जेलेंस्की ने कहा, 'मैंने ओलिंपिक की मेजबानी कर रहे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से कहा है कि रूस के लिए वहां कोई जगह नहीं होनी चाहिए।' यूक्रेन आइओसी की योजना के विरुद्ध समर्थन जुटाने की मांग कर रहा है। यूक्रेन के विदेश मंत्री द्मित्रो कुलेबा ने गुरुवार को ट्विटर पर लिखा, 'आइओसी यह दावा करते हुए कि किसी भी एथलीट को सिर्फ उनके पासपोर्ट के कारण प्रतिस्पर्धा करने से नहीं रोका जाना चाहिए रूसी युद्ध अपराधों की अवहेलना कर रहा है।

वहीं, यूक्रेनी एथलीटों को उनके पासपोर्ट के कारण रूस द्वारा मारा जाना जारी है। मैं सभी खेल हस्तियों से अपने रुख से अवगत कराने का आग्रह करता हूं।' यूक्रेन ने पिछले वर्ष जूडो में एक ओलिंपिक क्वालीफायर का बहिष्कार किया था जब रूसियों को तटस्थ के रूप में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति दी गई थी।

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Edited By: Devshanker Chovdhary