तुर्की पहुंचेगी रूस की प्राकृतिक गैस, पुतिन ने 930 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन का किया उद्घाटन
तुर्कस्ट्रीम परियोजना के तहत दो समानांतर पाइपलाइन के जरिये रूस की प्राकृतिक गैस तुर्की के साथ ही दक्षिण और दक्षिण-पूर्व यूरोप तक पहुंचेगी।
इस्तांबुल, आइएएनएस। पुराने मतभेदों को भुलाते हुए रूस और तुर्की अपने संबंध मजबूत करने में जुटे हैं। इसी कवायद में दोनों देशों के बीच बुधवार को तुर्कस्ट्रीम पाइपलाइन की शुरुआत की गई। इसका उद्घाटन यहां तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयब एर्दोगन और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन ने किया। इस पाइपलाइन के जरिये रूस से प्राकृतिक गैस तुर्की और यूरोप पहुंचेगी।
पुतिन ने इस मौके पर कहा, तुर्की और रूस तमाम बाधाओं के बावजूद ऊर्जा व अन्य क्षेत्रों में लाभकारी परियोजनाओं पर काम करेंगे। जबकि एर्दोगन ने द्विपक्षीय संबंधों के लिहाज से पाइपलाइन को ऐतिहासिक करार दिया।
930 किलोमीटर लंबी है पाइपलाइन
तुर्कस्ट्रीम परियोजना के तहत दो समानांतर पाइपलाइन के जरिये रूस की प्राकृतिक गैस तुर्की के साथ ही दक्षिण और दक्षिण-पूर्व यूरोप तक पहुंचेगी। काला सागर से होकर गुजरने वाली 930 किलोमीटर लंबी यह पाइपलाइन रूसी शहर अनापा को तुर्की के उत्तरी-पश्चिमी शहर कियाकोई से जोड़ती है।
बता दें कि पुतिन अमेरिकी हवाई हमले में ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद पश्चिम एशिया में उत्पन्न अनिश्चितता की स्थिति के बीच सीरिया के औचक दौरे के बाद मंगलवार को यहां पहुंचे। इस्तांबुल में हुआ समारोह रूस और तुर्की के बीच संबंधों में नाटकीय सुधार को प्रदर्शित करता है। लगभग पांच साल पहले तुर्की ने रूस का एक लड़ाकू विमान मार गिराया था जिसके बाद दोनों देश युद्ध के मुहाने पर खड़े हो गए थे। पुतिन और एर्दोआन ने इस दौरान सीरिया और लीबिया मुद्दे पर भी चर्चा की।
उल्लेखनीय है कि रूस और तुर्की के बीच सीरिया समेत कई मसलों पर गहरे मतभेद हैं। नवंबर, 2015 में तुर्की द्वारा रूसी लड़ाकू विमान को मार गिराए जाने से दोनों देशों में तनाव गहरा गया था।