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G 7 Submmit: यूक्रेन को तबाह करके रूस न तो जीत सकता है और न ही जीतना चाहिए: राष्ट्रपति मैक्रों

यूक्रेन के क्रेमेनचुक में हुए हमले पर सभी देशों ने रूस की निंदा की है। ऐसे में फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि यूक्रेन को तबाह करके रूस न तो जीत सकता है और न ही जीतना चाहिए।

By Deepak YadavEdited By: Published: Tue, 28 Jun 2022 07:28 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jun 2022 07:53 PM (IST)
G 7 Submmit: यूक्रेन को तबाह करके रूस न तो जीत सकता है और न ही जीतना चाहिए: राष्ट्रपति मैक्रों
फाइल फोटो: यूक्रेन के साथ रूस कर रहा ज्यादती

क्रेमेनचुक, यूक्रेन, एपी। फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने मंगलवार कहा कि युक्रेन युध्द में रूस न तो जीत सकता है और न ही जीतना चाहिए। दरअसल, हाल ही रूस ने यूक्रेन के एक माल पर मिसाइल हमला किया जिसमें बच्चों समेत कुल 18 लोग मारे गए। जर्मनी के G 7 शिखर सम्‍मेलन के कार्यक्रम में मैक्रों ने कहा कि जी सेवन के सभी लोकतांत्रिक देश यूक्रेन का समर्थन करेंगे। जरूरत पड़ी तो रूस पर आवश्यक प्रतिबंध भी लगाया जाएगा।

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यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि यह हमला तब हुआ जब एक हजार से अधिक लोग माल के अंदर थे। आपातकालीन बचाव कर्मियों ने पीड़ितों को बड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला। बचावकर्मियों ने कहा कि मलवे से पीड़ितों को निकाला जा रहा है। वहीं, क्षेत्रीय गवर्नर लुनिन ने कहा कि लगभग 18 लोगों की जान गई है और 59 लोगों ने चिकित्सा की मांग की, जिनमें 25 को अस्पताल में भर्ती कराया गया। हमले में मारे गए लोगों के लिए क्षेत्र में मंगलवार को शोक दिवस घोषित किया गया।

यूक्रेन के जनरल अभियोजक वेनेदिक्तोवा जो युध्द की जांच का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रूस का यह मिसाइल हमला मानवता के खिलाफ जघन्य अपराधों में से एक है। वेनेदिक्तोवा ने यूकेन वासियों से सतर्क रहने के लिए कहा है। वेनेदिक्तोवा के साथ अपराधों की जांच कर रहे ब्रिटिश बैरिस्टर जोर्डश ने, रूस के दावे को खारिज कर दिया कि शापिंग माल के पास कोई सैन्य कारखाना था।

यूक्रेन के निवेदन पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस हमले पर बातचीत के लिए न्यूयार्क में मंगलवार को बैठक बुलाई है। संयुक्त राष्ट में यूक्रेन के उप स्थायी प्रतिनिधि पालींस्की ने रूस पर आरोप लगाया कि यह बार-बार उकसाने वाली घटनाओं को अंजाम दे रहा है। रूस लगातार मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है।

मंगलवार को भी रूस ने मायकोलाइव के काला सागर के शहर ओचकिव पर भी हमला किया। इस हमले में कई इमारतों का नुकसान हुआ तो 6 साल के बच्चे सहित दो लोगों की मौत हो गई।

क्रेमेनचुक पर यह मिसाइल हमला तब हुआ जब पश्चिमी नेताओं ने यूक्रेन का साथ देने का भरोसा दिया। वहीं, इन देशों ने कहा कि जरूरत पड़ी तो रूस पर आर्थिक प्रतिबंध भी लगाए जाएंगे। जी सेवन के नेताओं ने सोमवार को रूस के इस कायराना हमले की निंदा की। जिसमें रूसी राष्ट्रपति को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया गया।

यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि माल की वजह से रूसी सेना को किसी भी तरह का खतरा नहीं था। जेलेंस्की ने कहा कि यूरोपीय इतिहास में यह कायराना आतंकी हमला है जो मानवता के खिलाफ है। रूस लम्बे समय से भारी-भारी बमों से हमला कर रहा है, साथ बड़ी मिसाइलों से भी हमले जारी हैं। इनमें टीयू-22एम3 जैसे लंबी दूरी के बमवर्षक मिसाइलें भी शामिल हैं।

ऐसे में अमेरिका ने नाटो के विस्तार को लेकर जेलेंस्की को मदद का भरोसा दिया है। नाटो ने कहा कि वह अपने सैन्य क्षमता को आठ गुना बढ़ा रहा है। जिसमें लगभग 40 हजार नाटो सेना को लगभग 3 लाख करने पर काम चल रहा है।


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