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अंतरराष्‍ट्रीय समुदाय को रूस का ठेंगा! म्‍यांमार को देगा मिलिट्री हार्डवेयर और एयरक्राफ्ट

रूस ने म्‍यांमार के सैन्‍य शासन के साथ संबंधों को मजबूत करने की कवायद शुरू कर दी है। हालांकि अंतरराष्‍ट्रीय समुदाय लगातार ऐसा न करने की अपील करता रहा है। रूस ने कहा है कि वो म्‍यांमार के जुंटा से मजबूत संबंध चाहता है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Wed, 21 Jul 2021 03:10 PM (IST)Updated: Wed, 21 Jul 2021 05:45 PM (IST)
अंतरराष्‍ट्रीय समुदाय को रूस का ठेंगा! म्‍यांमार को देगा मिलिट्री हार्डवेयर और एयरक्राफ्ट
म्‍यांमार से संबंध मजबूत कर रहा है रूस

मास्‍को (रायटर)। रूस म्‍यांमार के सैन्‍य शासन के साथ बेहद करीबी होकर काम कर रहा है। रूस ने अंतरराष्‍ट्रीय मंच की अपील को खारिज करते हुए पिछले दिनों कहा था कि वो म्‍यांमार के सैन्‍य शासन के साथ संबंधों को अधिक मजबूत करना चाहता है।

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अब इंटरफैक्‍स न्‍यूज एजेंसी ने खबर दी है कि रूस म्‍यांमार को न सिर्फ मिलिट्री हार्डवेयर सप्‍लाई करेगा बल्कि हवाई जहाज भी देगा। इंटरफैक्‍स के हवाले से रायटर ने बताया है कि रूस के हथियारों के ट्रेडर रोस्‍बोरोनेक्‍पोर्ट ने ये जानकारी साझा की है। जहां तक म्‍यांमार के सैन्‍य शासन से संबंधों को मजबूत करने की बात है तो ये पिछले माह रूसी रक्षा मंत्री सर्गी शोगु ने कहा था।

आपको बता दें कि म्‍यांमार में इस वर्ष 1 फरवरी को सेना के तीनों अंगों के प्रमुख सीनियर जनरल मिन ऑन्‍ग ह्लेनिंग जो इस वक्‍त वहां के सैन्‍य शासन के प्रमुख ने वहां की लोकतांत्रिक सरकार का तख्‍ता पलट कर सत्‍ता अपने हाथों में ले ली थी। इसके बाद सैन्‍य शासन ने सरकार से जुड़े सभी मंत्रियों और पार्टी नेताओं को हिरासत में ले लिया था। आंग सांग सू की पर हिरासत में लेने के बाद सैन्‍य शासन ने गंभीर आरोप लगाए थे। म्‍यांमार में तख्‍तापलट के बाद से ही सुरक्षाकर्मियों और लोगों के बीच झड़प और हिंसा का लंबा दौर जारी है।

तख्‍ता पलट के बाद से अब तक सेना और सुरक्षाबलों के हाथों सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं हजारों लोगों को हिरासत में लिया गया है। म्‍यांमार में काम करने वाले संयुक्‍त राष्‍ट्र मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि यहां पर सैन्‍य शासन के आदेश पर लोगों को पकड़ा जा रहा है और उन्‍हें यातनाएं दी जा रही है। इस वजह से हजारों की संख्‍या में लोग पड़ोसी देशों में भाग खड़े हुए हैं।


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