उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध लगाने वाले अमेरिका के अनुरोध पर रूस-चीन को आपत्ति
रूसी बैंक पर उत्तर कोरिया की मदद करने का आरोप लगाते हुए अमेरिका ने यूएन से इसे ब्लैकलिस्ट करने की मांग की थी।
वाशिंगटन (एएफपी)। रूसी बैंक को यूएन के प्रतिबंधित ब्लैकलिस्ट में डालने के अमेरिकी आग्रह पर रूस और चीन ने आपत्ति जताई है। इस बात की जानकारी अमेरिकी राजनयिक ने दी। बता दें कि पिछले सप्ताह अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की उत्तर कोरिया प्रतिबंध समिति से आग्रह किया था कि रूसी बैंक और उत्तर कोरिया के विदेशी मुद्रा बैंक की दो प्रमुख संस्थाओं को ब्लैकलिस्ट कर दे।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 15 सदस्यीय उत्तर कोरिया प्रतिबंध समिति को ऐसी किसी भी अपील पर आम सहमति से निर्णय लेने का अधिकार है। परिषद ने पिछले वर्ष अगस्त में उत्तर कोरिया के विदेशी व्यापार बैंक, विदेशी मुद्रा बैंक को ब्लैकलिस्ट किया था।
राजनयिकों ने बताया कि रूस ने प्रस्ताव में उचित जानकारी के साथ पुख्ता प्रमाण नहीं मुहैया होने की बात कह कर इस प्रस्ताव पर आपत्ति जताई जबकि चीन ने इसके लिए कोई वजह नहीं बताई। अमेरिका के वित्त विभाग के विदेशी परिसंपत्ति नियंत्रण कार्यालय (ओएफएसी) का कहना है कि उत्तर कोरिया की गैर कानूनी वित्तीय गतिविधियों में मदद करने के लिए रूसी बैंक के साथ एक अधिकारी और दो कंपनियां को ब्लैकलिस्ट किया जाना चाहिए।
अमेरिका द्वारा उत्तर कोरिया को तेल उत्पादों के निर्यात को रोकने के आग्रह पर गत 19 जुलाई को दोनों देशों ने 6 माह के लिए रोक लगा दिया था।