Move to Jagran APP

बांग्लादेश के शिविर कैंपों में रोहिंग्याओं की रैली, दो लाख लोग हुए शामिल

रैली में बच्चों और बड़ों के साथ बड़ी संख्या में बुर्का पहने महिलाएं भी शामिल हुईं। चिलचिलाती धूप में हुई इस रैली में लोग दुनिया नहीं सुनती रोहिंग्या का दर्द गाना भी गा रहे थे।

By Neel RajputEdited By: Published: Sun, 25 Aug 2019 05:20 PM (IST)Updated: Sun, 25 Aug 2019 05:20 PM (IST)
बांग्लादेश के शिविर कैंपों में रोहिंग्याओं की रैली, दो लाख लोग हुए शामिल
बांग्लादेश के शिविर कैंपों में रोहिंग्याओं की रैली, दो लाख लोग हुए शामिल

ढाका, एएफपी। म्यांमार के रखाइन प्रांत में दो साल पहले हुए नरसंहार की दूसरी बरसी पर करीब दो लाख रोहिंग्या मुसलमानों ने बांग्लादेश स्थित दुनिया के सबसे बड़े शरणार्थी शिविर में रैली की। अगस्त, 2017 में रखाइन में हिंसक सैन्य कार्रवाई के बाद सात लाख से ज्यादा रोहिंग्या भागकर बांग्लादेश आ गए थे। म्यांमार की सेना ने पुलिस चौकियों पर रोहिंग्या आतंकियों के हमले के बाद यह कार्रवाई की थी। संयुक्त राष्ट्र ने इसे नरसंहार बताते हुए शीर्ष सैन्य अधिकारियों पर मुकदमा चलाने की मांग की थी।

loksabha election banner

रैली में बच्चों और बड़ों के साथ बड़ी संख्या में बुर्का पहने महिलाएं भी शामिल हुईं। चिलचिलाती धूप में हुई इस रैली में लोग 'दुनिया नहीं सुनती रोहिंग्या का दर्द' गाना भी गा रहे थे। रैली के दौरान किसी तरह की हिंसा रोकने के लिए सैकड़ों पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। रैली में शामिल तैयबा खातून ने कहा, 'मैं अपने दो बेटों की हत्या का इंसाफ मांगने आई हूं। अपनी अंतिम सांस तक मैं न्याय के लिए लड़ती रहूंगी।'

इस रैली से तीन दिन पहले ही शरणार्थियों को म्यांमार वापस भेजने का एक और प्रयास विफल रहा था। रोहिंग्या नेता मुहीबुल्ला ने कहा, 'हम तभी लौटेंगे जब म्यांमार सरकार हमें नागरिकता देगी। साथ ही हमें हमारे गांव में बसने और हमारी सुरक्षा की गारंटी देगी। हमने सरकार को बातचीत का प्रस्ताव दिया है लेकिन उसका कोई जवाब नहीं आया है।' म्यांमार में कई पीढि़यों से रहने के बावजूद सरकार ने रोहिंग्या मुसलमानों को अल्पसंख्यकों का दर्जा नहीं दिया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.