रोहिंग्या मुस्लिमों के लिए नई मुसीबत, कॉक्स बाजार शिविर में महामारी फैलने के आसार
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि कॉक्स बाजार में रह रहे लोगों में बीमारी फैलने का खतरा तेजी से बड़ रहा है।
ढाका, (प्रेट्र)। बांग्लादेश के कॉक्स बाजार शिविर में महामारी फैलने के आसार बन रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि यहां रह रहे लोगों में बीमारी फैलने का खतरा तेजी से बड़ रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं को चुस्त करने की जरूरत बड़े पैमाने पर जताई जा रही है।
म्यामांर में सेना की कार्रवाई के बाद बड़ी संख्या में रोहिंग्या मुस्लिमों ने बांग्लादेश का रुख किया था। बांग्लादेश की सरकार के साथ सहयोगी संगठनों ने स्वास्थ्य सेवाओं को बहाल करने के लिए जरूरी इंतजाम पहले से ही कर रखे हैं, लेकिन शरणार्थियों की भारी तादाद के सामने ये नाकाफी साबित हो रहे हैं। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि 25 अगस्त 2017 को 688000 रोहिंग्या सीमा पार करके बांग्लादेश पहुंचे थे। कॉक्स बाजार कैंप में पहले से ही 212500 लोग रह रहे थे।
दक्षिण पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक पूनम खेत्रपाल सिंह का कहना है कि चुनौतियां बेहद कड़ी हैं। सभी सहयोगियों को बड़े पैमाने पर प्रयास करने की जरूरत होगी, जिससे शिविरों में महामारी न फैल सके। उनका कहना है कि अगले एक साल के दौरान इन शिविरों में 60 हजार बच्चों के जन्म की संभावना है। इससे महिलाओं को चिकित्सा सुविधाओं की दरकार है। उनका यह भी कहना है कि शिविर में इतनी बड़ी तादाद में लोग रह रहे हैं कि जलजनित बीमारियों के फैलने का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। हालात बेकाबू न हों, इसके लिए डब्ल्यूएचओ ने अर्ली वार्निग एंड रिस्पांस सिस्टम (ईडब्ल्यूएआरएस) को पहले ही सक्रिय कर दिया था, जिससे बीमारियों के साथ असमय होने वाली मौतों को रोका जा सके।