अमेरिका से UN विशेषज्ञ का आग्रह, बीमार दोषियों को न दें फांसी की सजा
गंभीर तौर पर बीमार दोषियों को मौत की सजा न देने की आग्रह संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों द्वारा किया गया है।
संयुक्त राष्ट्र (आइएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र के दो विशेषज्ञों ने अमेरिकी सरकार से गंभीर रूप से बीमार लोगों के फांसी पर रोक लगाने का आग्रह किया है। सोमवार को जारी एक बयान में संयुक्त राष्ट्र के अपर न्यायिक फैसलों पर स्पेशल रिपोर्टर एग्नेस कल्लामर्ड और संयुक्त राष्ट्र के विशेष संवाददाता एनिल मेलज़र ने यातना और अन्य उपचार या दंड पर चिंता व्यक्त की साथ ही उन्होंने गुरुवार को अलबामा में डोयल ली हैम को होने वाली फांसी की सजा का उल्लेख करते हुए रोक लगाने का आग्रह किया। इनका कहना है कि उनके मामले में उचित सुनवाई नहीं हुई है।
60 वर्षीय हैम पर 1987 से ही मौत की सजा का मामला चल रहा है। हैम को 1987 में डकैती के दौरान एक होटल क्लर्क की हत्या का दोषी ठहराया गया था और उन्होंने कथित तौर पर हत्या की बात कबूली है। हैम को लिंफैटिक कैंसर और बेसल सेल कार्सिनोमा है। संयुक्त राष्ट्र रिपोर्ट के अनुसार, मेडिकल प्रोफेशनल्स को उनकी नसें खोजने में भी काफी मुश्किलें होती हैं।
संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार विशेषज्ञों ने कहा, ‘हैम को इंजेक्शन लगाने के लिए हमें नसें ढूंढने में काफी मुश्किल होती है और इसमें जो पीड़ा और दर्द का सामना उन्हें करना पड़ता है वह टार्चर जैसा ही है।‘ उन्होंने आगे कहा, हम अधिकारियों से हैम को दी जाने वाली फांसी की सजा रोकने का आग्रह करते हैं साथ ही इस मामले में दोबारा सुनवाई की भी अपील करते हैं।
उल्लेखनीय है कि जजों की ओर से भी मंगलवार तक ताजी मेडिकल रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।