स्विट्जरलैंड की सड़को पर पर्पल वेव, सामान वेतन के लिए महिलाओं ने की हड़ताल
वर्ष 2018 के आंकड़ों के अनुसार स्विट्जरलैंड में प्रति व्यक्ति आय करीब 53 लाख रुपये है। लेकिन महिलाओं को पुरुषों की तुलना में काफी कम वेतन मिलता है।
जेनेवा, एपी। समान वेतन के लिए हुए पहले राष्ट्रव्यापी आंदोलन के 28 साल बाद स्विट्जरलैंड की महिलाएं फिर आंदोलनरत हैं। शुक्रवार को महिलाओं ने अपना कामकाज छोड़कर हड़ताल की। लैंगिक समानता, यौन उत्पीड़न और हिंसा की रोकथाम के साथ इस बार महिलाएं 'अधिक समय, अधिक धन और अधिक सम्मान' की मांग कर रही हैं।
लुसाने शहर में गुरुवार आधी रात को सैकड़ों महिलाओं ने मार्च निकाला। इस दौरान उन्होंने अपने अंत:वस्त्र जलाकर रोष भी प्रकट किया।
स्विट्जरलैंड दुनिया के सबसे अमीर देशों में शुमार है। वर्ष 2018 के आंकड़ों के अनुसार वहां प्रति व्यक्ति आय 76,800 डॉलर (करीब 53 लाख रुपये) है। लेकिन महिलाओं को पुरुषों की तुलना में काफी कम वेतन मिलता है। कार्यस्थल पर लैंगिक असमानता से उपजी इसी नाराजगी के कारण देश में फिर महिलाएं आंदोलनरत हैं।
इस आंदोलन में शामिल महिलाएं घरेलू सहायिकाओं, शिक्षिकाओं और देखभाल का काम करने वाली महिलाओं के लिए ज्यादा वेतन की मांग कर रही हैं। इस आंदोलन को 'पर्पल वेव' कहा जा रहा है क्योंकि अपने प्रदर्शन के लिए महिलाओं ने बैंगनी (पर्पल) रंग चुना है।
इससे पहले देश में महिलाओं को मताधिकार मिलने के 20 साल और लैंगिक समानता कानून बनने के दस साल बाद 14 जून, 1991 को महिलाएं असमानता के खिलाफ सड़कों पर उतरी थीं।
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