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सूडान में सैन्‍य प्रशासन के खिलाफ उठे हाथ, सेना मुख्‍यालय परिसर के बाहर प्रदर्शन

प्रदर्शनकारी सूडान में मौजूदा सैन्‍य शासन की मुखालफत कर रहे हैं। उनकी मांग है जल्‍द ही सूडान में नागरिक प्रशासन की बहाली की जाए।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Fri, 19 Apr 2019 03:39 PM (IST)Updated: Fri, 19 Apr 2019 03:46 PM (IST)
सूडान में सैन्‍य प्रशासन के खिलाफ उठे हाथ, सेना मुख्‍यालय परिसर के बाहर प्रदर्शन
सूडान में सैन्‍य प्रशासन के खिलाफ उठे हाथ, सेना मुख्‍यालय परिसर के बाहर प्रदर्शन

खार्तूम, पीटीआइ । सूडान की राजधानी खार्तूम में सेना मुख्‍यालय परिसर के बहार प्रदर्शनकारियों ने देश के नए सैन्‍य शासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी सूडान में मौजूदा सैन्‍य शासन की मुखालफत कर रहे हैं। उनकी मांग है जल्‍द ही सूडान में नागरिक प्रशासन की बहाली की जाए। सूडानी नागरिकों के इस विरोध के बीच गुरुवार को सैन्‍य नेताओं द्वारा राजनीतिक कैदियों की रिहाई और देश में कर्फ्यू समाप्‍त करने का आदेश दिया है। सूडान सरकार के इस कदम हो अमेरिका ने भी सराहा है।
बता दें कि 11 अप्रैल को सूडान की सेना ने उमर अल बशीर को सत्‍ता से बेदखल कर दिया। हालांकि, बशीर के खिलाफ एक महीने से आंदोलन चल रहा था। उन पर भ्रष्‍टाचार एवं मानवाधिकार के उल्‍लंघन का आरोप है। जनता के इस विरोध के बाद ही सूडान की सेना ने सत्‍ता को अपने हाथ में लिया। इसके बाद से ही सेना मुख्‍यालय परिसर के बाहर लोगों का जमावड़ा है। शुक्रवार को एक बार फ‍िर नागरिकों ने सैन्‍य शासक के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी सूडान में नागरिक प्रशासन के लिए सत्‍ता हस्‍तां‍तरित करने का दबाव बना रहे हैं।
बता दें कि सूडान में सैन्य तख्तापलट के बाद वहां की जनता सड़क पर उतर आई है। इस दौरान अबतक 16 लोगों के मरने और 20 लोगों के घायल होने की खबर है। सूडान के पुलिस प्रवक्ता के अनुसार यह विरोध नए नेता को चुनने को लेकर हो रहा है। बता दें कि सेना ने गुरुवार को इस देश पर 30 साल से तक राज करने वाले राष्ट्रपति उमर अल-बशीर का तख्तापलट कर दिया था।

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