सार्वजनिक तौर पर पहली बार मास्क पहने नजर आए पोप फ्रांसिस, लोगों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए की कामना
पोप फ्रांसिस ने बुधवार को सार्वजनिक तौर पर फेस मास्क पहना और हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल किया।
वेटिकन सिटी, एपी। दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस संक्रमण के बीच सभी लोग सावधानी बरत रहे हैं। इसी के साथ पोप फ्रांसिस ने बुधवार को फेस मास्क पहना और हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल किया। क्योंकि, उन्होंने करीब ठह महीने बाद अपने साप्ताहिक कार्य शुरु किए है। ऐसे में अपने वफादार लोगों और दूसरों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सचेत रहने के लिए ऐसा किया। पहली बार उन्हे सार्वजनिक तौर पर फेस मास्क का इस्तेमाल करते देखा गया है।
फ्रांसिस ने अपोस्टोलिक पैलेस के अंदर सैन डमासो प्रांगण में अपनी कार से उतरे तो उन्होने मास्क पहना हुआ था। बता दें कि पिछले सप्ताह उन्होंने लगभग छह महीने के कोरोना वायरस (सीओवीआईडी -19) लॉकडाउन के बाद अपने साप्ताहिक सार्वजनिक दर्शकों को फिर से शुरू किया।
चर्च के आंगन में कुर्सियां रखी गई थीं, तो सीमित भीड़ ने बाधाओं के साथ-साथ फ्रांसिस को पारित किया और कुछ ने उनके मुखौटे को अपने पास बुला लिया। 83 वर्षीय पोप, जिन्होंने अपनी युवा अवस्था में फेफड़े की बीमारी के चलते उसका एक हिस्सा खो दिया था। उन्हें भीड़ में आना पसंह है, लेकिन उन्होंने कोरोना के चलते लोगों से दूरी बनाए रखने की कोशिश की। साथ ही उन्होंने भीड़ से अपनी सीट पर ही बैठे रहने का आग्रह किया।
यह पहला मौका है जब पोप को सार्वजनिक रूप से मास्क पहने और हाथ के सैनिटाइजर का उपयोग करते हुए देखा गया है। उन्होंने कहा कि अपनी टिप्पणी के दौरान, फ्रांसिस ने कहा कि "पक्षपातपूर्ण हित" उभर रहे हैं जिसमें कुछ राष्ट्र और समूह अपने लिए या अपने स्वयं के राजनीतिक या आर्थिक हितों को आगे बढ़ाने के लिए टीके रखने की मांग कर रहे हैं। पोप ने आगे अपने संबोधन में कहा कि एक स्वस्थ समाज वह है जो सभी के स्वास्थ्य का ख्याल रखता है।
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