बेरुत में आतंकवादी समर्थक व प्रदर्शनकारियों के बीच भिड़ंत, सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागे
हिजबुल्लाह समर्थकों और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव के बाद सुरक्षा बलों ने आंसू गैसे के गोले दागे। हिजबुल्लाह ईरान समर्थित आतंकवादी समूह है।
बेरुत, एजेंसी । लेबनान की राजधानी बेरुत में हिजबुल्लाह समर्थकों और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव के बाद सुरक्षा बलों ने आंसू गैसे के गोले दागे। हिजबुल्लाह ईरान समर्थित आतंकवादी समूह है। दरअसल, सोमवार को इस आतंकवादी समूह के दर्जनों समर्थक स्कूटर से पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से भीड़ गए। समर्थकों ने छड़ों से प्रदर्शनकारियों पर हमला बोल दिया।
इन समर्थकों ने हिजबुल्लाह के समर्थन में नारे भी लगाए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों पर पत्थर भी फेंके। इस पत्थरबाजी में कई लोग घायल हो गए। हिजबुल्ला समर्थकों ने अपने हाथों में पीले रंग के झंडे पकड़ रखे थे। हालांकि, पुलिस की कार्रवाई के बाद समर्थक झंडा फहराते हुए प्रदर्शनकारियों पर तंज कसते हुए निकल गए।
उल्लेखनीय है कि लेबनान में सरकार की नीतियों एवं भ्रष्टाचार के विरोध में प्रदर्शनकारी सड़कों पर हैं। उन्होंने राजधानी बेरुत समेत कई शहरों में सड़कों को अवरुद्ध कर रखा है। इस पश्चिम एशियाई देश में वाट्सएप कॉल पर टैक्स और भ्रष्टाचार के खिलाफ गत 17 अक्टूबर से विरोध प्रदर्शनों का दौर चल रहा है। इसके विरोध में लोगों ने देश के कई शहरों में आंदोलन छेड़ दिया है, जिससे लेबनान में हालात काफी गंभीर है। यहां जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
प्रदर्शनकारी देश में व्याप्त भ्रष्टाचार को खत्म करने और देश की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। इन प्रदर्शनों के दबाव में प्रधानमंत्री साद हरीरी को गत 29 अक्टूबर को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि 'हम भ्रष्टाचार से मुकाबले के लिए सरकार में तकनीकी विशेषज्ञों और जजों को देखना चाहते हैं। हम चोरी की गई धनराशि की बरामदगी और सरकार को जवाबदेह बनाना चाहते हैं।
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