प्रणब मुखर्जी श्रीलंका और श्रीलंका वासियों के प्रिय मित्र थे: लंका के पीएम राजपक्षे
उच्चायोग ने प्रधानमंत्री को उनकी श्रद्धांजलि के लिए धन्यवाद दिया।
कोलंबो, पीटीआइ। श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने बुधवार को पूर्व भारतीय राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होने दिवंगत नेता को 'श्रीलंका और श्रीलंका के लोगों का प्रिय मित्र' बताया। बता दें कि 31 अगस्त की शाम प्रणब मुखर्जी ने दिल्ली में आखिरी सांस ली थी। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि राजपक्षे ने इंडिया हाउस का दौरा किया और भारतीय उच्चायोग द्वारा बनाए गए शोक पुस्तक में अपना संदेश लिखा। महिंद्रा ने शोक संदेश में कहा, 'दिवंगत राष्ट्रपति श्रीलंका और उसके लोगों के प्रिय मित्र थे। उनके दोस्ताना नेतृत्व का अभाव भारतीय जनता, श्रीलंका और पूरी दुनिया को महसूस होगा।' भारतीय उच्चायोग ने कहा कि महिंदा पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने शोक पुस्तक कुछ लिखा।
वहीं, उच्चायोग ने प्रधानमंत्री को उनकी श्रद्धांजलि के लिए धन्यवाद दिया। उच्चायोग ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा, 'इस दुख की घड़ी में आपके (महिंद्रा) और श्रीलंकाई लोगों द्वारा दी गई संवेदना पूर्व राष्ट्रपति और भारतीय लोगों के परिवार को सांत्वना प्रदान करेगी।' श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे ने पहले मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया था। बता दें कि भारत के 13 वें राष्ट्रपति मुखर्जी का सोमवार को 21 दिनों की बीमारियों से लंबी लड़ाई के बाद निधन हो गया। उन्होंने 10 अगस्त को सीओवीआईडी -19 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया था।
भारत रत्न से सम्मानित 84 वर्षीय प्रणब मुखर्जी की ब्रेन सर्जरी के बाद हालत लगातार गंभीर बनी हुई थी। उनके निधन की जानकारी उनके बेटे अभिजीती मुखर्जी ने ट्वीट कर दी। दिमाग में खून का थक्का जमने के साथ ही उन्हें लंग इंफेक्शन और बाद में कोविड-19 का संक्रमण भी हो गया था। पूर्व राष्ट्रपति का इलाज दिल्ली के आरआर अस्पताल में चल रहा था और डॉक्टरों ने बताया था कि वे लंग इंफेक्शन के कारण सेप्टिक शॉक में थे।