सेटेलाइट से दिखी तस्वीरें, पनडुब्बी से परमाणु मिसाइल लॉन्च करने की तैयारी कर रहा तानाशाह किम जोंग
सेंटर फॉर स्ट्रेटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज ने नॉर्थ कोरिया के सिनपो शिपयार्ड की सेटेलाइट इमेज का खुलासा किया है इसमें जो जहाज दिख रहे हैं उनका इस्तेमाल इसी काम के लिए होता है।
प्योंगयांग, एजेंसी/ऑनलाइन डेस्क। नॉर्थ कोरिया तानाशाह किम जोंग उन अपने देश को हर तरह से साधन संपन्न बनाने में लगा हुआ है। अमेरिका ने भले ही नॉर्थ कोरिया पर साल 2017 में लंबी दूरी की मिसाइलों का परीक्षण न करने और परमाणु हथियार न बनाने पर पाबंदी लगाई थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ये भी कहा था कि यदि नॉर्थ कोरिया ऐसा करने की कोशिश करता है तो उस पर तमाम तरह की पांबदियां लगा दी जाएंगी। नॉर्थ कोरिया नहीं माना तो अमेरिका ने उस पर तमाम तरह के अंकुश लगा दिए जिससे नॉर्थ कोरिया तानाशाह किम जोंग उन परेशान तो हुआ मगर माना नहीं। अमेरिका का दुश्मन चीन उसकी मदद करता रहा। जिससे तानाशाह का परमाणु कार्यक्रम चलता रहा।
खुफिया रिपोर्टों के अनुसार साल 2019 में वॉनसन बंदरगाह के पास आखिरी बार नॉर्थ कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था। अब नॉर्थ कोरिया जिस बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण करने की तैयारी कर रहा है वो मिसाइल 1000 किलोमीटर की दूरी तय कर सकती है। नार्थ कोरियन सेंट्रल न्यूज एंजेसी (केसीएनए) ने 2019 में किए गए बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण की भी जानकारी दी थी।
अब सेंटर फॉर स्ट्रेटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज ने एक और खुलासा किया है। इसके तहत नॉर्थ कोरिया एक पुकगुकसॉन्ग -3 पनडुब्बी द्वारा लॉन्च की गई बैलिस्टिक मिसाइल, एसएलबीएम के परीक्षण की तैयारी कर रहा है। ये 1000 मील की दूरी तय कर सकती है। इसे परमाणु-सक्षम पुक्कुकोंग -2 पर अपग्रेड वर्जन कहा जा रहा है।
नॉर्थ कोरिया के कट्टर दुश्मन साउथ कोरिया की सेना भी नॉर्थ कोरिया के तमाम परीक्षणों पर नजर रखती है। साउथ कोरिया का कहना है कि पिछले साल नॉर्थ कोरिया ने पुकगुकसॉन्ग -3 में जो परीक्षण किया था, उस मिसाइल की रेंज 800 मील की दूरी तक है।
सेंटर फॉर स्ट्रेटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज ने नॉर्थ कोरिया के सिनपो शिपयार्ड की सेटेलाइट इमेज का खुलासा किया है, इस इमेज में कई जहाज दिख रहे हैं जो समुद्र के बाहर दो सबमर्सिबल मिसाइल परीक्षण प्लेटफॉर्म के लिए इस्तेमाल होते हैं। स्टडीज का कहना है कि वो इस निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं कि नॉर्थ कोरिया जो परीक्षण करने जा रहा है वो पनडुब्बी के जरिए परमाणु मिसाइल से हमला करने का परीक्षण हो मगर इससे पूरी तरह से इनकार भी नहीं किया जा सकता है।
हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि उन्होंने समुद्र में जो पनडुब्बियां देखी हैं वो बैलिस्टिक मिसाइलों को ले जाने में सक्षम नहीं है। उनका कहना है कि जो सेटेलाइट इमेज दिख रही है वो जापान के सागर पर सिनपो साउथ शिपयार्ड के दक्षिण की ओर की है, वहां पर पनडुब्बियों से कुछ गतिविधियां हो रही हैं। सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज ने कहा कि किम पनडुब्बी मिसाइल लॉन्च की तैयारी कर रहा है। साल 2017 में जब अमेरिका के साथ बातचीत हुई थी, उस समय अमेरिका ने नॉर्थ कोरिया को लंबी दूरी के मिसाइल परीक्षणों को स्थगित करने के लिए कहा था।
पिछले साल नॉर्थ कोरिया ने जो पनडुब्बी-आधारित मिसाइल लॉन्च की थी, उससे दक्षिण कोरिया के सभी और जापान के समुद्र के केंद्र से चार मुख्य द्वीपों तक पहुंचने की पर्याप्त रेंज थी। इस मिसाइल परीक्षण के बाद किम जोंग उन ने किम जोंग-उन ने वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की केंद्रीय समिति के सदस्यों को अपनी बधाई दी थी। इस परीक्षण के बाद नॉर्थ कोरिया अब उन देशों की लिस्ट में शामिल हो गया था जो पनडुब्बियों से बैलिस्टिक मिसाइलों को छोड़ने की क्षमता रखते हैं।