नींद में खलल के साथ तनाव व घबराहट का कारण भी बन रही महामारी- अध्ययन
अब तक लोगों की जिंदगियों के लिए घातक साबित हो चुकी कोरोना वायरस महामारी पर हुए रिसर्च में पता चला है कि यह महामारी लोगों की नींद भी उड़ा रही है। इसके अलावा लोगों में तनाव व घबराहट का भी कारण बन रही है।
कनाडा, आइएएनएस। एक नए शोध से पता चला है कि कोरोना महामारी से ना केवल नींद में खलल पैदा होता है बल्कि इससे तनाव और घबराहट का स्तर भी बढ़ता है। यह शोध जर्नल 'स्लीप रिसर्च' में प्रकाशित हुआ है। शोध के दौरान विज्ञानियों ने महामारी की शुरुआत में 5,525 कनाडाई लोगों का एक ऑनलाइन सर्वे किया। इसमें देखा गया कि महामारी लोगों की नींद पर विभिन्न तरह के प्रभाव डाल रही है।
कनाडा स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ ओटावा के रेबाका रॉबिलार्ड (Rebecca Robillard ) ने कहा कि शोध के दौरान आधे से अधिक लोगों में नींद से जुड़ी दिक्कतें दिखाई दीं। उन्होंने कहा कि हमने नींद में बदलाव के तीन अलग-अलग प्रकार की पहचान की। शोधकर्ताओं के अनुसार महामारी से ना केवल नींद की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है बल्कि यह मनोवैज्ञानिक प्रतिक्रिया पर भी असर डाल रही है। जो लोग पहले अधिक सोते थे, उनमें ना केवल अनिद्रा की समस्या दिखाई दे रही बल्कि तनाव, चिंता और अवसाद के लक्षण भी उभर रहे हैं।
शोध के निष्कर्षो से पता चला है कि नींद से जुड़ी दिक्कतों का सबसे ज्यादा असर पारिवारिक जिम्मेदारियों को संभालने वाली महिलाओं और कामकाजी महिलाओं पर पड़ा है। इसके कारण कुल जल्दी जगने लगे, अधिक तनाव में रहने को मजबूर हो गए, अल्कोहल का अधिक इस्तेमाल करते हैं और टेलीविजन के पास अधिक समय बिताते हैं।शोध के लेखक के मुताबिक महामारी के दौरान अधिकांश लोगों ने अनिद्रा की समस्या से बचने के लिए दवाइयों का सहारा लिया।
शोधकर्ताओं की टीम ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में नींद और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों से हम परिचित तो थे, लेकिन यह समस्या इतनी बड़ी है, इसकी हमें उम्मीद नहीं थी। इससे निपटने के लिए हस्तक्षेप करना जरूरी है। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ें के अनुसार, गुरुवार सुबह तक देश भर में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 99 लाख 56 हजार के पार चला गया।