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भरोसे के लायक नहीं पाकिस्तान, हाफिज सईद को सजा सुनाता है, फिर कश्मीर में आतंकी भी भेजता है - PoK कार्यकर्ता

गुलाम कश्मीर के कार्यकर्ता ने पाकिस्तान की काफी आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। एक तरफ वह मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को सजा सुनाता है और दूसरी ओर जम्मू कश्मीर में आतंकी भेजता है।

By TaniskEdited By: Published: Sat, 21 Nov 2020 08:36 AM (IST)Updated: Sat, 21 Nov 2020 08:36 AM (IST)
भरोसे के लायक नहीं पाकिस्तान, हाफिज सईद को सजा सुनाता है, फिर कश्मीर में आतंकी भी भेजता है - PoK कार्यकर्ता
गुलाम कश्मीर के कार्यकर्ता,अमजद अयूब मिर्जा। (एएनआइ)

ग्लासगो,एएनआइ। पाकिस्तानी सेना पर भरोसा नहीं किया जा सकता है  यह दावा करते हुए गुलाम कश्मीर (PoK) के एक कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों को भेजा ताकि आने वाले चुनावों को बाधित किया जा सके। वहीं, दूसरी ओर उसने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को 10 साल के जेल की सजा सुनाई गई। अयूब मिर्जा मीरपुर के रहने वाले हैं और फिलाहल वह यूके में निर्वासित हैं। अपने YouTube चैनल 'पाकिस्तान एक्सपोज्ड' पर उन्होंने कहा कि गुलाम कश्मीर में पाकिस्तानी सरकार मानवाधिकारों का हनन कर रही है। 

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अयूब मिर्जा ने कहा कि पाकिस्तानी सेना पर भरोसा नहीं किया जा सकता। वे दुनिया को बता रहे हैं कि हम हाफिज सईद जैसे आतंकवादी को 10 साल की सजा सुना रहे हैं। उसी दिन, उन्होंने जम्मू और कश्मीर में चुनाव को बाधित करने के लिए आतंकवादियों को भेजा। 

अयूब मिर्जा ने आगे कहा, 'मैं गुलाम कश्मीर से आता हूं। 22 अक्टूबर, 1947 को, पाकिस्तान ने इस क्षेत्र पर कब्जा कर लिया। इसके बाद से यहां मानवाधिकार और नागरिक अधिकारों का हनन जारी है। यहां हर एक कस्बे में आतंकवादी शिविर हैं।'

लाहौर की आतंकवाद-रोधी अदालत ने गुरुवार को हाफिज सईद को आतंकवाद-वित्तपोषण के दो मामलों में कुल 10 साल की सजा सुनाई। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक,आतंकवाद-रोधी विभाग के अधिकारी उसके साथ वीआईपी की तरह व्यवहार कर रहे हैं। पाकिस्तान के आतंकवाद निरोधक विभाग ने जमात-उद-दावा के आकाओं के खिलाफ 41 मामले दर्ज किए हैं। संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी सईद पर अमेरिका ने इनाम भी रखा है। 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों का मास्टरमाइंड जमात-उद-दावा प्रमुख सईद को 17 जुलाई, 2019 को गिरफ्तार किया गया था। 

इस बीच, जिस दिन सईद को सजा सुनाई गई, उस दिन पाकिस्तान के आतंकवादी समूह जैश-ए-मुहम्मद के चार आतंकियों ने हमले के इरादे से जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ किया। हालांकि, इनका मंसूबा कामयाब नहीं हुआ। ये सभी आतंकी भारतीय सुरक्षा बलों के एक ऑपरेशन में मारे गए । सूत्रों ने बताया कि आतंकियों के पास से भारी मात्रा में पाकिस्तान में निर्मित दवाएं बरामद की गईं। उनके पास से 11 एके -47 राइफल, तीन पिस्तौल, 29 ग्रेनेड और अन्य समान भी बरामद किए गए।


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