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Pakistan Cash Crunch: घर में न दाने, अम्‍मा चली भुनाने, पाकिस्‍तान का है कुछ ऐसा ही हाल, जानें- कैसे

पाकिस्‍तान की आर्थिक हालत इस कदर खराब हो चुकी है कि वो अपनी घरेलू जरूरतों को भी पूरा नहीं कर पा रहा है। बाहर से तेल या गैस खरीदने को उसके पास पैसे नहीं है। यही वजह है कि वो काफी समय से ऊर्जा संकट से जूझ रहा है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Tue, 05 Jul 2022 10:33 AM (IST)Updated: Tue, 05 Jul 2022 02:43 PM (IST)
Pakistan Cash Crunch: घर में न दाने, अम्‍मा चली भुनाने, पाकिस्‍तान का है कुछ ऐसा ही हाल, जानें- कैसे
बदहाल पाकिस्‍तान अपनी ही जरूरतों को पूरा करने में नाकाम

नई दिल्‍ली (आनलाइन डेस्‍क)। पाकिस्‍तान में बीते काफी समय से तेल और गैस का संकट बरकरार है। विदेशी कर्ज के बोझ तले दबा पाकिस्‍तान इससे उबरने की केवल बाट ही जोह रहा है। ऐसे में देश में तेल और गैस की इस कमी को पूरा करने के उसको जल्‍द ही कुछ करने की भी जरूरत है। पाकिस्‍तान के एक नामी अखबार द डान ने अपने एडिटोरियल में लिखा है कि देश में व्‍याप्‍त इस संकट से निपटने के लिए पाकिस्‍तान एलएनजी की खरीद की तरफ देख रहा है।

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एलएनज कार्गो खरीद के लिए नहीं पैसा 

घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए उसने एलएनजी खरीद का मन बनाया है। इसके लिए उसने सितंबर तक दस एनएलजी कार्गो खरीद के लिए एक ग्‍लोबल टेंडर जारी किया है। अखबार ने लिखा है कि हकीकत ये है कि पाकिस्‍तान के पास एक कार्गो खरीद के लिए भी पैसा नहीं है। जबकि दस कार्गो खरीद के लिए उसको 1 बिलियन डालर की जरूरत है। ऐसे में मुश्किलों का बढ़ना तय है।

एक कंपनी ने भरा ग्‍लोबल टेंडर 

अखबार के मुताबिक पिछली बार भी इसी तरह का एक टेंडर जारी किया गया था लेकिन केवल एक कंपनी ने ही इस टेंडर में भाग लिया। इसकी वजह बेहद साफ है। विश्‍व के बड़े एलएनजी उत्‍पादक देश इस बात को बेहतर तरीके से जानते हैं कि पाकिस्‍तान की आर्थिक हालत बेहद खराब है और वो पैसा देने की हालत में नहीं है। उस वक्‍त जिस कंपनी ने जिस कीमत पर एलएनजी देने की बात की थी वो भी पाकिस्‍तान के लिए काफी अधिक थी। इसके चलते पाकिस्‍तान ने इसको खारिज कर दिया था। अब पाकिस्‍तान एक बार फिर कोशिश कर रहा है।

मुश्किलें बढ़ना तय

यहां पर आपको ये भी बता दें कि रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से पूरी दुनिया में तेल और गैस का संकट बढ़ा है। इसकी वजह से वैश्विक बाजार में इसकी कीमतों में भी जबरदस्‍त उछाल आया है। वहीं रूस के ऊपर लगे आर्थिक प्रतिबंधों ने हालात और खराब कर दिए हैं। वहीं रूस ने तेल और गैस उत्‍पादन में जबरदस्‍त कटौती करने की भी बात कही है। इसको देखते हुए आने वाले समय में संकट और गहराने की आशंका है। पाकिस्‍तान जैसे देशों का हाल ऐसे में और खराब हो सकता है। यहां पर ये भी बताना जरूरी है कि कतर दुनिया में एलएनजी का सबसे बड़ा एक्‍सपोर्टर है। लेकिन कतर के लिए पहले से ही यूरोप की मांग को पूरा करने का दबाव काफी अधिक है।

कतर भी नहीं दे रहा ध्‍यान

अखबार की मानें तो आर्थिक कंगाली की तरफ बढ़ रहे पाकिस्‍तान की एलएनजी मांग की तरफ कतर भी नहीं देख रहा है। संपादकीय में अखबार ने लिखा है कि पाकिस्‍तान के पेट्रोलियम मंत्री ने कतर को एक पत्र लिखा है जिसमें कतर से लान्‍ग टर्म सेल्‍स एग्रीमेंट का हवाला देते हुए एलएनजी की मांग पूरी करने को कहा गया है। अखबार ने पाकिस्‍तान की इस मांग के पूरा होने पर संदेह व्‍यक्‍त किया है।


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