UN: आतंकियों का पनाहगाह है पाकिस्तान, रहते हैं लिस्टेड आतंकी- टीएस त्रिमूर्ति
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति ने पाकिस्तान को आतंकवाद का केंद्र बताया।
संयुक्त राष्ट्र ,एएनआइ। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति ने पाकिस्तान को आतंकवाद का केंद्र बताया। उन्होंने कहा, ' यह सर्वविदित है कि पाकिस्तान आतंकियों का गढ़ है। सबसे अधिक संख्या में आतंकियों के गढ़ पाकिस्तान में लिस्टेड आतंकी हैं। यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकी करार दिए गए जमात उद दावा (Jamaat-ud-Dawah), लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba), हिज्बुल मुजाहिद्दीन (Hizbul Mujahideen) और JeM के अलावा कई गुटों का पनाहगाह है।
यूएन की मंच पर कश्मीर मुद्दा उठाता रहा है पाक
त्रिमूर्ति ने आगे बताया, 'जम्मू-कश्मीर के संदर्भ में पाकिस्तान द्वारा संयुक्त राष्ट्र को शामिल करने के प्रयासों का भारत खंडन करता रहा है। हालांकि पाकिस्तान को उसके इन प्रयासों का कोई फल अब तक नहीं मिला है।' स्थानीय समयानुसार सोमवार को एएनआइ के साथ बातचीत के दौरान टीएस त्रिमूर्ति ने बताया कि कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने के पाकिस्तानी प्रयास असफल रहे हैं। 1965 के नवंबर के बाद से अब तक भारत-पाकिस्तान मुद्दे पर सुरक्षा परिषद की कोई औपचारिक बैठक नहीं हुई है। इसके अलावा हाल में हुए हर देश के बैठक में यही निष्कर्ष निकाला गया कि कश्मीर नई दिल्ली और इस्लामाबाद का द्विपक्षीय मुद्दा है।
पिछले माह संयुक्त राष्ट्र की वर्चुअल बैठक में भारत ने कहा था कि, दुनिया जानती है कि आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह कौन सा मुल्क है। साथ ही इस मुद्दे पर पाकिस्तान को आत्मविश्लेषण की आवश्यकता पर जोर दिया था।दरअसल इस बैठक की थीम 'वर्चुअल काउंटर टेररिज्म वीक' थी जिसमें भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया था। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव महावीर सिंघवी ने किया था।
अमेरिका ने भी लगाई थी लताड़
बता दें कि जून में अमेरिका ने भी आतंकवाद के मामले पर पाकिस्तान को जमकर लताड़ा था और कहा था पाकिस्तान ने पुलवामा हमले के बाद बड़े पैमाने पर हमलों को रोकने के लिए भारत केंद्रित आतंकी समूहों के विरुद्ध मामूली कदम उठाए लेकिन वह अब भी क्षेत्र में सक्रिय आतंकी समूहों के लिए सुरक्षित पनाहगाह है।
आतंकवाद का एपिसेंटर है पाकिस्तान: भारत
दो माह पहले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक रिपोर्ट में अफगानिस्तान में पाकिस्तान के 6500 आंतकियों की मौजूदगी की पुष्टि हुई थी जिसमें लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के भी आतंकियों के शामिल होने की बात कही गई थी। इसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि संयुक्त राष्ट्र की इस रिपोर्ट से हमारी बात साबित होती है कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद का एपिसेंटर पाकिस्तान है।