UN में भारत का पाकिस्तान को करारा जवाब, ऐसे देश लोकतंत्र और मानवाधिकारों का पाठ न पढ़ाए
संयुक्त राष्ट्र में भारत ने पाकिस्तान को घेरा कहा- क्या हमें ऐसे देश से लोकतंत्र व मानवाधिकारों पर सबक लेने की जरूरत है, जिसका इस तरह का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है।
जिनेवा (एएनआइ)। संयुक्त राष्ट्र में भारत ने एक-एक कर पाकिस्तान की नापाक हरकतों की परतें खोली हैं।बुधवार को भारत ने संयुक्त राष्ट्र को बताया कि दुनियाभर में पाकिस्तान आतंकवाद का एक प्रमुख स्रोत है। पाकिस्तान के बयान का जवाब देने के लिए अपने दूसरे अधिकार (राइट टू रिप्लाई) का इस्तेमाल करते हुए भारत ने कहा, 'यह बहुत अफसोसजनक है कि पाकिस्तान ने एक बार फिर से भारत के खिलाफ दावों और गलत आरोप लगाने के लिए परिषद के बहुमूल्य वक्त का इस्तेमाल किया। जबकि पाकिस्तान का खुद का रिकॉर्ड कितना खराब रहा है। न सिर्फ भारत बल्कि पाकिस्तान के खुद के क्षेत्र में आतंकवाद फल-फूल रहा है।'
बलूचिस्तान, सिंध के लोगों पर अत्याचार
इस दौरान भारत ने बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और सिंध के निर्दोष नागरिकों पर पाकिस्तानी सेना द्वारा किए जा रहे अत्याचारों पर भी प्रकाश डाला। भारत ने कहा, 'पाकिस्तान के इन प्रांतों में हर रोज किसी न किसी का अपहरण होता है, किसी न किसी को मार डाला जाता है। रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिम में वर्तमान और पिछले सशस्त्र संघर्षों के परिणामस्वरूप दस लाख से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं।
निशाने पर अल्पसंख्यक
भारत ने कहा, 'पाकिस्तान में महिलाओं व लड़कियों (विशेषकर अल्पसंख्यक समुदायों की) का अपहरण और उनसे जबरन शादी की जा रही है। अल्पसंख्यकों को सताया जा रहा है।' भारत ने आगे कहा कि कैसे पाकिस्तान ने सीमा पार आतंकवाद का समर्थन जारी रखा है और जम्मू व कश्मीर में अपनी क्षेत्रीय महत्वाकांक्षाओं को ढकने का प्रयास किया है, जो भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है।
मुंबई, उरी व पठानकोट हमले के आरोपी अब भी आजाद
मुंबई और उरी आतंकी हमलों को जिक्र करते हुए भारत ने कहा, 'पाकिस्तान ने भारत में सीमा पार आतंकवाद का समर्थन जारी रखा है। हम आज भी पाकिस्तान सरकार द्वारा 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले, 2016 पठानकोट हमले व उरी हमले में शामिल सभी आरोपियों पर विश्वसनीय कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं।
आतंकवाद का शिकार बनने का नाटक करता है पाक
भारत ने अपनी चिंताओं को व्यक्त करते हुए कहा कि पाकिस्तान ऐसा देश है जो आतंकी संगठन अलकायदा के नेता ओसामा बिन लादेन की रक्षा करता रहा और तालिबान के संस्थापक और पूर्व नेता मुल्ला उमर उसकी के संरक्षण में पला। वह खुद आतंकवाद का शिकार बनने का नाटक करता आया है।
हाफिज सईद पर घेरा
आतंकी हाफिज सईद का नाम लेकर भारत ने पाकिस्तान का घेराव किया। उसने कहा, 'संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1267 के उल्लंघन में करते हुए हाफिज मोहम्मद सईद जैसे यूएन के नामित आतंकवादी स्वतंत्र रूप से पाकिस्तान सरकार व सेना के समर्थन के साथ काम कर रहा है। क्या हम सभी को एक ऐसे देश से लोकतंत्र और मानवाधिकारों पर सबक लेने की जरूरत है, जिसका इस तरह का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है, जिस देश की अपनी स्थिति को एक असफल राज्य कहा जाता है? "
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दे को उठाने के लिए इस्लामी सहयोग संगठन के प्रयासों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया है कि भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने के लिए यह कोई विशिष्ट स्थान नहीं है।