Regional Security Conference: अफगानिस्तान के साथ रहा है भारत और हमेशा रहेगा, दुशांबे में बोले NSA डोभाल
अफगानिस्तान के हालात को लेकर दुशांबे में जुटे कई देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों ने अहम चर्चा की। बैठक में एनएसए अजित डोभाल भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा अफगानिस्तान के लोगों के साथ खड़ा रहा है।
दुशांबे, एएनआइ। अफगानिस्तान में अशांति के मुद्दे पर चर्चा के लिए तजाकिस्तान की राजधानी दुशांबे में कई देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जुटे हैं। भारत के एनएसए अजित डोभाल भी शुक्रवार को दुशांबे में हुई इस अहम बैठक में शामिल हुए। डोभाल के अलावा तजाकिस्तान, रूस, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, किर्गीस्तान और चीन के एनएसए ने इस वार्ता में हिस्सा लिया।
अफगानिस्तान के मुद्दे पर हुई चर्चा
एएनआइ के सूत्रों के मुताबिक, एनएसए ने अफगानिस्तान और क्षेत्र की स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने और आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए तरीके खोजने की आवश्यकता पर जोर डाला।
क्या बोले अजित डोभाल?
बैठक में शामिल हुए डोभाल ने भारत का पक्ष रखा। डोभाल ने कहा कि भारत हमेशा अफगानिस्तान के लोगों के साथ खड़ा रहा है। उन्होंने बताया कि अगस्त 2021 के बाद भारत पहले ही 50,000 मीट्रिक टन गेहूं की प्रतिबद्धता में से 17,000 मीट्रिक टन गेहूं, कोवैक्सिन की 5 लाख खुराक, 13 टन आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं और सर्दियों के कपड़ों के साथ-साथ 60 मिलियन खुराक दे चुका है।
National Security Advisers of Tajikistan, India, Russia, Kazakhstan, Uzbekistan, Iran, Kyrgyzstan and China participate in the 4th Regional Security Dialogue on Afghanistan in Dushanbe pic.twitter.com/afBM0iyX2T
— ANI (@ANI) May 27, 2022
उन्होंने आगे कहा कि क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले आतंकवाद और आतंकवादी समूहों का मुकाबला करने के लिए अफगानिस्तान की क्षमता बढ़ाने की जरूरत है। NSA ने समाज के सभी वर्गों के बीच सहयोग करने में भी भारत की अहम भूमिका रही है। बैठक में महिला के अधिकारों पर जोर देते हुए डोभाल ने कहा, 'समाज के भविष्य के लिए महिलाओं और युवाओं की भूमिका अहम है।' लड़कियों की शिक्षा व रोजगार के प्राविधान ही उत्पादन को सुनिश्चित करेंगे और विकास को बढ़ाएंगे। इसका सकारात्मक सामाजिक प्रभाव भी होगा साथ ही युवाओं के बीच कट्टरवादी विचारधारा को भी खत्म करेगा।