किम के पास है अभेद्य सुरक्षा कवच, दुनिया के किसी राष्ट्राध्यक्ष के पास नहीं है ऐसी व्यवस्था
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन को तीन श्रेणियों में सुरक्षा दी जाती है। आइए जानते हैं कि उत्तर कोरिया के नेता उन की अभेद्य सुरक्षा में कौन लोग शामिल होते हैं।
नई दिल्ली, जागरण स्पेशल। उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता को जिस तरह की सुरक्षा मुहैया कराई जाती है, शायद ही ऐसी सुरक्षा विश्व के किसी अन्य नेता को दी जाती हो। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन को तीन श्रेणियों में सुरक्षा दी जाती हैं। आइए जानते हैं कि उत्तर कोरिया के नेता उन की अभेद्य सुरक्षा में कौन लोग शामिल होते हैं। उनकी सुरक्षा की क्या रणनीति होती है। एक नजर,
पहला घेरा: ऑफिस ऑफ एडजुटेंट्स के हवाले
किम की गाड़ी के साथ सुरक्षा बनाने वाले सुरक्षाकर्मियों को ऑफिस ऑफ एडजुटेंट्स कहते हैं। ये सेना में अफसर होते हैं। किम के गाड़ी में सवार होते ही ये सुरक्षाकर्मी चारों तरफ से घेरा बनाकर एक अभेद्य सुरक्षा मुहैया कराते हैं। मेन ऑफिस ऑफ एडजुटेंट्स में करीब 200 से 300 बॉडीगार्ड्स होते हैं। इनमें से आधे बॉडीगार्ड और बाकी ड्राइवर और तकनीकी स्टाफ होते हैं।
दूसरा और तीसरा घेरा: गार्ड कमांड करते हैं रखवाली
किम की सुरक्षा पंक्ति मे दूसरा और तीसरा घेरा भी काफी अहम है। इस घेरे की जिम्मेदारी गार्ड कमांड की होती है। इस घेरे में लगे सुरक्षाकर्मियों पर यह जिम्मेदारी होती है कि ये उन स्थलों की जांच करते हैं, जहां किम को जाना होता है। इसके साथ ही ये सुरक्षाकर्मी किम के लिए विशेष फोन लाइन या कम्प्यूटर का इंतजाम करते हैं। इनका चयन भी उसी तरह होता है जैसा कि मेन ऑफिस ऑफ एडजुटेंट्स का होता है।
ये सुरक्षा गार्ड किम के खान-पान का पूरा ख्याल रखते हैं। ये गार्ड कमांड उन सभी रास्तों को आधा मील तक अपने कब्जे में रखते हैं, जहां से किम जोंग-उन गुजरते हैं।
कोरियन पीपल्स आर्मी से होता है चयन
इन बॉडीगार्ड्स का चयन कोरियन पीपल्स आर्मी से किया जाता है। चयन करते समय इन सुरक्षाकर्मियों की लंबाई का विशेष ध्यान रखा जाता है। सुरक्षा कारणों से इनकी लंबाई किम जोंग-उन के बराबर ही होती है। इन बॉडीगार्ड्स का अचूक निशाना होता है। ये सुरक्षाकर्मी मार्शल आर्ट्स में दक्ष और बंदूक चलाने में निपुण होते हैं।
किम को सुरक्षा देने वाले बॉडीगार्ड्स समूह की विशेष जांच होती है। इतना ही नहीं इन जवानों की तीन पीढ़ियों की पृष्ठभूमि की कठोर जांच की जाती है। इस समूह में शामिल सुरक्षाकर्मी उत्तर कोरिया के जाने माने परिवार से ताल्लुक रखते हैं। इन सुरक्षाकर्मियों के पास नौकरी छोड़ने का विकल्प नहीं होता है। चयन होने के बाद इनका प्रशिक्षण एक कमांडो की तर्ज पर होता है। इनको विशेष ऑपरेशन के लिए तैयार किए जाता है।
ड्राइवर की होती है खास ड्रेस
सुरक्षा के साथ-साथ किम के ड्राइवर के लिए भी खास तरह की पोशाक होती है। ड्राइवर को लेदर के दस्ताने पहनना अनिवार्य होता है ताकि गाड़ी पर उसका नियंत्रण बना रहे। इसके साथ कार के अंदर वह सूचनाओं से अपडेट रहे, इसके लिए वह कानों में इयरपीस पहनता है। इसके जरिए वह सुरक्षा और मार्ग से अपडेट होता रहता है। उसके कपड़े पर विशेष पिन और बैज लगा होता है। वह विशेष कोड के जरिए बात करता है।