बैलिस्टिक मिसाइलों का फिर हुआ परीक्षण, इन दो देशों पर किम जोंग बना रहा दबाव
उत्तर कोरिया ने पिछली 25 जुलाई को भी इस जगह से दो मिसाइलों का परीक्षण किया था। उनमें से एक मिसाइल 430 किलोमीटर और दूसरी 690 किलोमीटर दूर तक गई थी।
सियोल, रायटर। लगातार उकसावे वाले कदम उठा रहे उत्तर कोरिया ने बुधवार को फिर दो बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया। उसने पिछले सप्ताह भी दो मिसाइलों का परीक्षण किया था। माना जा रहा है कि इसके जरिये वह अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच होने वाले संयुक्त सैन्य अभ्यास को रद कराने के लिए दबाव बना रहा है।
उत्तर कोरिया के इन मिसाइल परीक्षणों से अमेरिका के साथ उसकी परमाणु वार्ता खतरे में पड़ सकती है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन के बीच गत 30 जून को परमाणु वार्ता बहाल करने पर सहमति बनी थी।
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दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के अनुसार, बुधवार को उत्तर कोरिया के पूर्वी तटीय शहर वॉनसान के समीप से कम दूरी तक मार करने वाली दो मिसाइलें दागी गई। ये मिसाइलें करीब 250 किलोमीटर तक गई।
उत्तर कोरिया ने गत 25 जुलाई को भी इस जगह से दो मिसाइलों का परीक्षण किया था। उनमें से एक मिसाइल 430 किलोमीटर और दूसरी 690 किलोमीटर दूर तक गई थी।
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उत्तर कोरिया से मिसाइल परीक्षण बंद करने का आग्रह करते हुए दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता कांग क्यूआंग ने कहा, 'इस तरह के कृत्यों से सैन्य तनाव को दूर करने में कोई मदद नहीं मिलेगी।'
विशेषज्ञों का कहना है कि केएन-23 नामक नई मिसाइलों को आसानी से लांच किया जा सकता है। इन मिसाइलों को मिसाइल रक्षा प्रणाली से बचने के लिए तैयार किया जा रहा है।
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