सियोल, एजेंसी । उत्तर कोरिया ने मंगलवार को कहा कि ट्रंप प्रशासन समय-समय पर परमाणु वार्ताओं से दूर भागता रहा है। उत्तर कोरिया ने मंगलवार को फिर एक बार ट्रंप प्रशासन से कहा कि उनके पास परमाणु वार्ता को बचाने का बेहद कम वक्त बचा है और यह अमेरिका पर निर्भर करता है कि उसे क्रिसमस पर उत्तर कोरिया से कौन सा उपहार चाहिए।
उत्तर कोरिया के वरिष्ठ राजनयिक के हवाले से यह बयान वाशिंगटन और सियोल पर दबाव बनाने के लक्ष्य से दिया गया है। उत्तर कोरिया के वरिष्ठ राजनयिक के हवाले से यह बयान वाशिंगटन और सियोल पर दबाव बनाने के लक्ष्य से दिया गया है। दरअसल, उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने समझौते में एक-दूसरे को स्वीकार्य शर्तों के लिए अमेरिका को एक साल का समय दिया था, जो अब समाप्त हो रहा है।
बता दें कि फरवरी, 2019 में वियतनाम की राजधानी हनोई में दोनों देशों के बीच हुई दूसरी शिखर वार्ता असफल रही थी, क्योंकि अमेरिका ने अमेरिका ने उत्तर कोरिया केा आंशिक रूप से परमाणु कार्यक्रम बंद करने के बदले प्रतिबंध से बड़ी राहत देने से इनकार कर दिया था। यह शिखर वार्ता बेनतीजा रही थी। इसके बाद दोनों नेता स्वीडन में मिले। अक्टूबर में स्वीडन में वार्ता भी असफल रही थी। इसे उत्तर कोरिया ने अमेरिकियों का पुराना रुख और रवैया बताया था।
अमेरिकी मामलों को देख रहे उप विदेश मंत्री री थे सॉन्ग ने वाशिंगटन पर आरोप लगाया कि अमेरिका बिना किसी वास्तविक हल के वार्ता की बार बार पेशकश करके बस समय लेना चाहता है।
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