दक्षिण कोरिया के विंटर ओलंपिक में हिस्सा लेंगे उत्तर कोरियाई एथलीट व चीयरलीडर्स
दक्षिण व उत्तर कोरिया की सीमा से सटे पनमुनजोम में दोनों देशों के बीच सालों बाद प्रत्यक्ष वार्ता से नई उम्मीद जगी है।
सियोल (रायटर्स)। दो वर्षों से अधिक समय के अंतराल के बाद अंतत: मंगलवार को उत्तर कोरिया व दक्षिण कोरिया के बीच वार्ता हुई है। यह वार्ता दोनों देशों की सीमा से सटे पनमुनजोम में आयोजित की गयी। वार्ता के दौरान दक्षिण कोरिया में अगले माह आयोजित होने वाले शीतकालीन ओलंपिक गेम्स के लिए उत्तर कोरिया ने अपने एथलीट व चीयरलीडर्स को भेजने पर सहमति जतायी।
दो सालों बाद हुई औपचारिक वार्ता
उत्तर कोरिया का समूह सैन्य सीमांकन रेखा पर चलकर दक्षिण कोरिया स्थित पीस हाउस परिसर पहुंचा। दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्री चो म्योंग ग्यों और उत्तर कोरिया के मुख्य प्रतिनिधि री सोन ग्वोन ने ‘पीस हाउस’ के प्रवेश पर और बाद में वार्ता की मेज पर एक दूसरे से हाथ मिलाया। उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रमों पर उभरे तनाव के महीनों बाद उम्मीद जगाने वाली यह प्रत्यक्ष वार्ता दक्षिण कोरियाई मंत्री(उत्तर के साथ संबंधों के इंचार्ज) चो यंग ग्योन व उनके उत्तर कोरियाई समकक्ष रि सोन-क्वोन के बीच संपन्न हुई। यह बैठक आगामी प्योंगचैंग शीतकालीन ओलंपिक खेलों में प्योंगयांग की भागीदारी सुनिश्चित करने और लंबे समय से तनावपूर्ण रहे द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने के तरीके खोजने पर केंद्रित रही।
चीन ने जतायी खुशी
चीन के विदेश मंत्रालय ने उत्तर व दक्षिण कोरिया के बीच वार्ता पर खुशी जताई और सभी सकारात्मक कदमों का स्वागत किया है। चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा,’उत्तर व दक्षिण कोरिया के बीच दो साल बाद पहली प्रत्यक्ष आधिकारिक वार्ता की पहल देख काफी खुशी हुई। उत्तर कोरिया ने वार्ता में कहा है कि अगले माह दक्षिण कोरिया में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक्स के लिए यह अपने उच्च अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल, एथलीट व चियरिंग स्क्वाड को भेजेगा।
दोनों कोरियाई देशों के बीच अच्छी शुरुआत
समाचार एजेंसी योनहाप के अनुसार, उत्तर कोरिया के मुख्य प्रतिनिधि री सोन ग्वोन ने कहा, ‘मैं यहां इन उम्मीदों के साथ आया हूं कि दोनों कोरियाई देश ईमानदार तरीके से बातचीत करेंगे, जिससे कि कोरियाई लोगों के लिए महत्वपूर्ण परिणाम निकाल सकें, जिन्हें इस बैठक से काफी उम्मीदें हैं।‘ वहीं, इस पर प्रतिक्रिया देते हुए दक्षिण कोरिया के मुख्य मध्यस्थ चो म्योंग ग्योन ने कहा, ‘यह वार्ता लंबे समय से तनावपूर्ण रहे अंतर कोरियाई संबंधों के बाद शुरू हुई है। अच्छी शुरुआत से ही आधी जीत हासिल हो जाती है। मुझे उम्मीद है कि दोनों पक्ष दृढ़ संकल्प और दृढ़ता से बातचीत कर सकते हैं।‘
दक्षिण कोरियाई मीडिया के अनुसार, रि ने कोरियाई संबंधों को बेहतर बनाने की बात कही। उन्होंने कहा, लोगों की चाहत है कि दोनों देशों के बीच का संबंध बेहतर हो। इसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए चो ने कहा, ‘बेहतर शुरुआत का आधा काम हो गया। लेकिन पहले ही चम्मच में कभी भी पूरी भूख नहीं मिटती। जल्दबाजी न करें और धैर्य के साथ एक एक कर हम मुश्किलों का समाधान करेंगे।‘
ऐतिहासिक क्षेत्र है पनमुनजोम
उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया की सीमा से सटे विवादित पनमुनजोम को लेकर पूरी दुनिया उत्सुक रहती है। पनमुनजोम कोरियाई प्रायद्वीप की ये एकमात्र जगह है जहां उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया और अमेरिकी सैनिक हर दिन हर रात एक दूसरे से रूबरू होते हैं। साल 1953 के कोरियाई युद्ध के बाद से यहां युद्ध विराम लागू है। इस इलाके में कथित तौर पर हथियार रखने की अनुमति नहीं है लेकिन फिर भी यहां तनावपूर्ण माहौल रहता है।
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