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यौन दुर्व्‍यवहार मामले में फंसी स्‍वीडिश अकादमी, साहित्‍य के लिए नोबल पुरस्‍कार स्‍थगित

साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार देने वाली संस्था स्‍वीडिश अकादमी यौन दुर्व्‍यवहार व वित्‍तीय घोटालों में फंसी है जिसके कारण यह पुरस्‍कार स्‍थगित कर दिया गया है।

By Monika MinalEdited By: Published: Fri, 04 May 2018 03:15 PM (IST)Updated: Fri, 04 May 2018 03:30 PM (IST)
यौन दुर्व्‍यवहार मामले में फंसी स्‍वीडिश अकादमी, साहित्‍य के लिए नोबल पुरस्‍कार स्‍थगित
यौन दुर्व्‍यवहार मामले में फंसी स्‍वीडिश अकादमी, साहित्‍य के लिए नोबल पुरस्‍कार स्‍थगित

स्टॉकहोम (एजेंसी)।यौन दुर्व्‍यवहार और वित्तीय घोटाला मामलों से घिरे स्‍वीडिश अकादमी को देखते हुए नोबल पुरस्‍कार स्थगित कर दिया गया है। यह प्रतिष्‍ठित पुरस्‍कार स्वीडिश अकादमी की ओर से दिया जाता है। सीएनएन के अनुसार, स्‍वीडन की सर्वाधिक सम्‍मानित संस्‍थानों में से एक स्‍वीडिश अकादमी ने शुक्रवार सुबह यह एलान किया।

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स्वीडिश अकादमी अध्यक्ष सारा डेनियस समेत छह सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद शुक्रवार को एक मीटिंग में अवॉर्ड स्थगित करने का फैसला लिया गया। 75 सालों में ऐसा पहली बार हुआ है, जब नोबेल पुरस्कार को स्थगित करना पड़ा। बता दें कि दूसरा विश्व युद्ध जब अपने चरम पर था, तब नोबेल साहित्य पुरस्कारों को स्थगित कर दिया गया था। एक फ्रांसीसी फोटोग्राफर जीन-क्लाउड अर्नोल्ट और लेखिका केटरीना फ्रोस्टेंसन के पति है, जो कथित यौन दुराचार के आरोपों को सामना कर रहे हैं। अर्नोल्ट ज्यूरी के सदस्य थे, जिन्होंने अपनी टीम के छह सदस्य के साथ इस्तीफा दे दिया है।

अर्नोल्ट के वकील बोजर्न हर्टिग ने कहा कि उनके क्लाइंट ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। दुनिया में सबसे ज्यादा सम्मान और आदर के साथ देखे जाने वाले इस अकादमी को पहली बार इस प्रकार के गंभीर आरोपों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले साल नंवबर में #MeToo मूवमेंट के दौरान 18 महिलाओं ने आगे आकर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, जिसके बाद अर्नोल्ट की इसमें पहचान की गई थी। प्रोफेसर विट-ब्रैट्स्ट्रोम भी उन लोगों में शामिल है, जिन्होंने आरोप लगाया कि अर्नोल्ट ने स्वीडन के क्राउन प्रिंसेस विक्टोरिया को एक दशक पहले स्वीडिश अकेडमी समारोह में गलत ढंग से छुआ था। हालांकि, अर्नोल्ट ने इन आरोपों से इनकार किया है।

नोबेल कमिटी ने स्‍वीडिश अकादमी के फैसले का स्‍वागत किया और स्‍वीकार किया कि सम्‍मानित संस्‍था के लिए यह मामला शर्मनाक है। इससे पहले 1943 में साहित्‍य पुरस्‍कार को स्‍थगित किया गया था। 1896 में अलफ्रेड नोबेल के निधन के बाद से स्‍वीडिश अकादमी द्वारा नोबेल पुरस्‍कार वितरित किया जाता है। पुरस्कार पिछले सात मौकों पर स्थगित कर दिया गया था, जिनमें से छह विश्व युद्ध I और II के दौरान हुए थे। हाल के विजेताओं में काजूओ इशिगुरो, डोरिस लेसिंग और बॉब डायलन शामिल हैं।


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