नशा मुक्ति के नाम पर घिनौना खेल, नाइजिरिया में छुड़ाए गए 300 बच्चे
नाइजरिया के एक स्कूल में नशे से मुक्ति दिलाने के लिए शिक्षा दी जाती है लेकिन पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक इस्लामिक बोर्डिंग स्कूल में बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार होता है।
अबुजा, एएफपी। नाइजरिया के एक स्कूल में नशे से मुक्ति दिलाने के लिए शिक्षा दी जाती है, लेकिन पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक, इस्लामिक बोर्डिंग स्कूल (Islamic boarding school ) में बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता है। इसके बाद पुलिस ने रविवार को इस स्कूल में छापा मारा। इस दौरान 300 से अधिक बच्चों को चैन से बांध रखा था और उनके साथ यौन उत्पीड़न किया जा रहा था। इस महीने के दूसरे ऑपरेशन में नाइजरिया पुलिस ने 300 बच्चों को यहां से मुक्त कराया है।
केस्टिना पुलिस के मुखिया सानुषी बुबा ने संवाददाताओं को बताया कि दाउरा ( Daura) में युवकों को जंजीर से बांधकर प्रताड़ित किया गया है। हमें पता चला है कि यहां कम से कम 300 से अधिक बच्चों को कैद किया गया है और उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। बुबा के अनुसार स्कूल की स्थापना 78 वर्षीय मुस्लिम धर्मगुरु, बेलो माई अल्माजिराई ने 40 साल पहले की थी। इसके बाद धर्मगुरू के बेटे ने स्कूल का प्रबंधन संभाला।
उन्होंने कहा कि स्कूल ने अपने परिवार द्वारा लाए गए छात्रों को कुरान सीखने और मादक पदार्थों की लत और अन्य बीमारियों के लिए इलाज किया। दउरा जो 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। राज्य की राजधानी से 70 किलोमीटर (45 मील) दूर और नाइजर के साथ सीमा के पास स्थित, दौरा राष्ट्रपति मुहम्मदू बुहारी का गृहनगर है। पुलिस प्रमुख ने कहा कि छात्र नाइजीरिया के विभिन्न हिस्सों से हैं, जिसमें कट्सिना राज्य और पड़ोसी नाइजर गणराज्य शामिल हैं।
बुबा बताया कि यहां के कुछ बच्चों ने आरोप लगाया है कि इस स्कूल में बच्चों के साथ साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। उन्होंने कहा कि पुलिस राज्य सरकार के साथ युवकों की पहचान स्थापित करके उन्हें उनके परिजनों से संपर्क कराएगी। बूबा ने स्कूल के मालिक और उनके शिक्षकों को गिरफ्तार करने का वादा किया जो छापे के दौरान भागने में कामयाब रहे।
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