निकारागुआ ने तोड़े ताइवान से राजनयिक संबंध, चीन ने दी शुभकामनाएं
चीन की ओर कदम बढ़ाने के क्रम में निकारागुआ (Nicaragua) ने ताइवान के साथ अपने राजनयिक संबंधों को तोड़ दिया। इसपर ताइवान ने दुख जताया है साथ ही यह भी कहा है कि यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय का हिस्सा है इसलिए अन्य देशों के साथ नए संबंध बनाएगा।
बीजिंग, रायटर्स। निकारागुआ ने गुरुवार को ताइवान के साथ लंबे समय से चले आ रहे राजनियक संबंधों को तोड़ दिया। निकारागुआ का यह फैसला चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के वन चाइना पालिसी के पक्ष में है। विदेश मंत्रालय ने अंग्रेजी व स्पेनिश भाषा में बयान जारी कर यह जानकारी दी। इसके अनुसार, 'रिपब्लिक निकारागुआ की सरकार ने आज ताइवान के साथ सभी राजनयिक संबंधों को खत्म कर दिया और आधिकारिक संबंध विच्छेद कर लिया।'
निकारागुआ के इस फैसले पर ताइवान ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। ताइवान ने इसे दुखद बताया और कहा कि सेंट्रल अमेरिकी राष्ट्रपति डेनियल ओर्टेगा (Daniel Ortega) ने ताइवान और निकारागुआ की जनता के बीच की मित्रता का अपमान किया। लेकिन ताइवान की सरकार ने चुनौती भी दी। ताइवान के विदेश मंत्रालय ने कहा, 'अंतरराष्ट्रीय समुदाय का सदस्य होने के नाते ताइवान को दूसरे देशों के साथ राजनयिक संबंध विकसित करने का अधिकार है।'
संयुक्त राष्ट्र में चीन के राजदूत झांग जून ( Zhang Jun) ने निकारागुआ को इस फैसले के लिए बधाई दी। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, 'हम निकारागुआ सरकार द्वारा किए गए सही निर्णय की बहुत सराहना करते हैं, जो समय की मांग को देखते हुए लोगों की चाहत के अनुसार है।'
We highly commend the right decision made by the Government of Nicaragua, which is in line with the prevailing trend of the time and people’s aspiration.
The One-China principle is a consensus widely accepted by the international community and allows no challenge. pic.twitter.com/WJly1BV3Oh— Zhang Jun (@ChinaAmbUN) December 9, 2021
पिछले माह ही निकारागुआ की सरकार ने अमेरिकी राज्यों के संगठन (ओएएस) से हटने का एलान किया थ्ज्ञा। बता दें कि ओएएस एक क्षेत्रीय निकाय है जिसने राष्ट्रपति डेनियल ओर्टेगा की सरकार पर चुनाव में धांधली और दमन का आरोप लगाया। निकारागुआ के विदेश मंत्री डेनिस मोनकाडा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने ओएएस महासचिव लुइस अल्माग्रो को निकारागुआ में निकाय के बार-बार हस्तक्षेप देने को लेकर आधिकारिक पत्र लिखा है।