विवादित द्वीपों पर रूस ने बनाई सैन्य बैरक, जापान ने किया विरोध
द्वितीय विश्वयुद्ध के अंत में तत्कालीन सोवियत सेना ने इन द्वीपों पर कब्जा कर लिया था।
मॉस्को, रायटर। रूस की सेना ने प्रशांत महासागर में जापान के करीब स्थित चार विवादित द्वीपों पर नई बैरकों का निर्माण किया है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि दक्षिणी कुरिल द्वीपों पर बख्तरबंद वाहनों के लिए अन्य सुविधाएं भी विकसित की जा रही हैं। इन चार द्वीपों में से दो में बनाए गए आवासीय परिसरों में अगले हफ्ते से सैनिकों को भी भेजा जाएगा। इन द्वीपों पर रूस की गतिविधियों का जापान ने कड़ा विरोध किया है। गत जुलाई में भी जापान ने रूस को द्वीपों पर अपने क्रियाकलाप कम करने को कहा था।
द्वितीय विश्वयुद्ध के अंत में तत्कालीन सोवियत सेना ने इन द्वीपों पर कब्जा कर लिया था। जापान और रूस इन पर अपनी संप्रभुता का दावा करते हैं। इसकी वजह से विश्वयुद्ध के बाद दोनों देशों के बीच शांति समझौता भी नहीं हो सकता है। इस विवाद को सुलझाने के लिए दोनों देशों के बीच कई बार राजनयिक स्तर की वार्ता हो चुकी है।
बताया जा रहा है कि अगले साल 21 जनवरी को जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबी इस मुद्दे पर बातचीत के लिए रूस का दौरा कर सकते है। एबी के इस संभावित दौरे से पहले रूस ने कहा है कि जापान और अमेरिका के बीच रक्षा सौदा हो रहा है। यदि जापान इन द्वीपों पर अमेरिकी मिसाइल प्रणाली तैनात करने की योजना में है तो यह मामला नहीं सुलझ सकता।