ट्रंप के सहारे इजरायल में राष्ट्रपति का चुनाव जीतना चाहते हैं नेतन्याहू
इजरायल में राष्ट्रपति चुनाव भारत में आम चुनाव से दो दिन पहले यानी नौ अप्रैल को है। इन दिनों यहां चुनावी प्रचार-प्रसार चरमसीमा पर है।
द न्यूयॉर्क टाइम्स, यरुशलम। इजरायल में राष्ट्रपति चुनाव भारत में आम चुनाव से दो दिन पहले यानी नौ अप्रैल को है। इन दिनों यहां चुनावी प्रचार-प्रसार चरमसीमा पर है। दिलचस्प पहलू यह है कि सत्ता की बागडोर संभाले राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सहारे बाजी मार लेना चाहते हैं।
इजरायल में ट्रंप की लोकप्रियता इस कदर है कि इजरायली नागरिक अपने राष्ट्रपति से ज्यादा अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के दीवाने हैं। इसके पीछे कई कारण हैं। इसमें इजरायल की राजधानी के रूप में तेल अवीव को हटाकर यरुशलम को मान्यता देना प्रमुख है। फलस्तीन को आर्थिक मदद बंद करने के बाद से तो ट्रंप ने इजरायली नागरिकों का दिल ही जीत लिया।
शहरों में ट्रंप के साथ नेतन्याहू की होर्डिग
वोटरों के मन को भांपते हुए डोनाल्ड ट्रंप के साथ नेतन्याहू की होर्डिग मतदान से पहले शहरों में लगाई जा चुकी हैं। इसके अलावा अमेरिकी सैनिकों के प्रति यहां के लोगों के लगाव को भी भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है। इजरायली राष्ट्रपति का अमेरिकी राष्ट्रपति के प्रति यह लगाव एकतरफा नहीं है। खुद ट्रंप ने कई मौके पर नेतन्याहू की तारीफ करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
पूर्व सेना प्रमुख से है नेतन्याहू का मुकाबला
9 अप्रैल को होने वाले इस चुनाव का मुकाबला काफी दिलचस्प होने की उम्मीद जताई जा रही है। नेतन्याहू का मुकाबला देश के सेना प्रमुख रह चुके बेनी गांज से है। ट्रंप से मिल रहे सहयोग के बावजूद चुनावी नतीजे एकतरफा होने की उम्मीद नहीं के बराबर है।
चुनाव के करीब आते आते नेतन्याहू भ्रष्टाचार के आरोप में घिर चुके हैं। भ्रष्टाचार के मामले सामने आने के बाद राष्ट्रपति पद के दूसरे उम्मीदवार बेनी गांज ने नेतन्याहू के साथ भविष्य में किसी प्रकार के गठबंधन करने से इन्कार कर दिया है।