कोरोना की दहशत : नेतन्याहू के मुकदमे की सुनवाई टली, अल सल्वाडोर और कजाकिस्तान में इमरजेंसी
कोरोना वायरस के चलते इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के आपराधिक मुकदमे पर सुनवाई टाल दी गई है। वहीं अल सल्वाडोर और कजाकिस्तान में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है।
यरुशलम/सैन सल्वाडोर। इजराइल में कोरोना वायरस के चलते लगी पाबंदियों के कारण इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के आपराधिक मुकदमे पर सुनवाई दो महीने तक के लिए टाल दी गई है। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, नेतन्याहू को कई घोटालों के संबंध में धोखाधड़ी, विश्वासघात और घूस लेने के आरोप में मंगलवार को यरुशलम की एक जिला अदालत में पेश होना था। अदालत ने कहा कि वह फिलहाल 24 मई तक के लिए सुनवाई को टाल रही है। नेतन्याहू पर अमीर दोस्तों से महंगे तोहफे लेने के बदले में उनको फायदा पहुंचाने के आरोप लगे हैं। हालांकि, वह इन आरोपों से इनकार करते रहे हैं।
अल सल्वाडोर ने भी घोषित की इमरजेंसी
उधर, कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए अल सल्वाडोर की संसद यानी कांग्रेस ने आपातकाल घोषित कर दिया है। यही नहीं कांग्रेस ने इस महामारी से निपटने के लिए देश के संविधान को आंशिक रूप से निलंबित करने की मंजूरी भी दे दी है। आपातकाल लागू होने के बाद 30 दिनों के लिए लोगों की खुली आवाजाही के साथ साथ उनके एक जगह जमा होने पर रोक रहेगी। यही नहीं प्रशासनिक अधिकारियों को भी लोगों को एक जगह पर जमा होने से रोकने के अधिकार मिल जाएंगे। अल सल्वाडोर ने यह कदम एहतियात के तौर पर ही उठाया है। क्योंकि देश में अब तक कोविड-19 का कोई पुष्ट मामला सामने नहीं आया है।
कजाकिस्तान में इमरजेंसी घोषित
नूर सुल्तान, रॉयटर। कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर कजाकिस्तान ने भी देश में इमरजेंसी घोषित कर दी है। समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक, कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कासिम जोमार्ट तोकायेव (Kassym-Jomart Tokayev) ने देश में इमरजेंसी घोषित करते हुए सभी तरह की यात्राओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। यही नहीं बाहर से आने वाले यात्रियों पर भी बैन लगाया गया है। राष्ट्रपति के कार्यालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कजाकिस्तान राजनयिकों और सरकार द्वारा आमंत्रित किए गए अतिथियों को छोड़कर बाकी सभी लोगों के लिए प्रवेश और प्रस्थान को प्रतिबंधित कर रहा है। यह इमरजेंसी फिलहाल 15 अप्रैल तक के लिए लगाई गई है।