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Nepal Political Crisis: नेपाली कांग्रेस पेश करेगी नई सरकार बनाने का दावा, मिला है तीन दिन का वक्त

Nepal Political Crisisनेपाल की राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी ने विभिन्न दलों को बहुमत के साथ सरकार गठन के लिए तीन दिन का समय दिया है। सोमवार को मौजूदा प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली विश्वास मत हासिल नहीं कर पाए थे।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Wed, 12 May 2021 02:08 PM (IST)Updated: Wed, 12 May 2021 02:08 PM (IST)
Nepal Political Crisis: नेपाली कांग्रेस पेश करेगी नई सरकार बनाने का दावा, मिला है तीन दिन का वक्त
नेपाल के मौजूदा प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली को नहीं मिला था विश्वास मत। (फोटो: दैनिक जागरण)

काठमांडू, प्रेट्र। Nepal Political Crisis, नेपाल में प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली की सरकार के विश्वास मत हासिल नहीं कर पाने के बाद अगली सरकार के गठन की कोशिशें शुरू हो गई हैं। नेपाल की मुख्य विपक्षी पार्टी नेपाली कांग्रेस(Nepali Congress) नेपाल में अगली सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। नेपाल की राष्ट्रपति बिद्यादेवी भंडारी ने नई सरकार बनाने के लिए तीन दिन का वक्त दिया है। राष्ट्रपति ने बहुमत साबित करने के लिए विभिन्न दलों को बृहस्पतिवार तक का वक्त दिया है। 

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इस बीच, सियासी दलों के बीच सरकार गठन के प्रयास तेज हो गए हैं। नेपाल में नई सरकार बनाने का निर्णय नेपाली कांग्रेस (NC) के पदाधिकारियों के मंगलवार को मिलने के बाद लिया गया। शेर बहादुर देउबा की अगुवाई वाली पार्टी में नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी सेंटर (CPN-MC) का समर्थन है और उसे जनता समाजवादी पार्टी-नेपाल (JSPN) के सांसदों का समर्थन मिलने की उम्मीद है।

इससे पहले कल सरकार गठन के संबंध में राष्ट्रपति कार्यालय से आधिकारिक बयान जारी किया गया। इसके मुताबिक राजनीतिक दल गुरुवार को रात नौ बजे तक अपना दावा पेश कर सकते हैं। सोमवार को ओली को 93 वोट ही हासिल हो सके थे। उनके खिलाफ 124 सदस्यों ने वोटिंग की थी। 15 सदस्य तटस्थ रहे थे।

इससे पहले ओली के विश्वास मत खोते ही नेपाली कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल और जनता समाजवादी के एक धड़े ने राष्ट्रपति से अन्य राजनीतिक दलों को दावा पेश करने के लिए बुलाने की मांग की थी। इस संबंध में तीनों दलों ने संयुक्त बयान जारी किया था। माना जा रहा है कि राष्ट्रपति नेपाली कांग्रेस को बहुमत सिद्ध करने के लिए आमंत्रित कर सकती हैं। इसके बाद इन दलों के संयुक्त रूप से कोई रणनीति तैयार कर सत्ता में आने का रास्ता बन सकता है। इन दलों द्वारा तीस दिन में बहुमत सिद्ध नहीं किया जा सका, तो नेपाली संविधान के अनुसार ओली को फिर सरकार बनाने का मौका मिल सकता है।


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