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नेपाल पुलिस ने साइबर क्राइम और बैंक फ्रॉड के संदेह में 122 चीनी नागरिकों को पकड़ा

नेपाल पुलिस ने 122 चीनी नागरिकों को साइबर क्राइम और बैंक फ्रॉड के संदेह में हिरासत में लिया है। फिलहाल चीनी दूतावास की ओर से इस बारे में कोई बयान नहीं आया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Tue, 24 Dec 2019 12:25 PM (IST)Updated: Tue, 24 Dec 2019 04:59 PM (IST)
नेपाल पुलिस ने साइबर क्राइम और बैंक फ्रॉड के संदेह में 122 चीनी नागरिकों को पकड़ा
नेपाल पुलिस ने साइबर क्राइम और बैंक फ्रॉड के संदेह में 122 चीनी नागरिकों को पकड़ा

काठमांडू, रॉयटर। Nepal Police detains 122 Chinese nationals नेपाल की पुलिस ने पर्यटक वीजा पर आए 122 चीनी नागरिकों को हिरासत में लिया है। इन लोगों पर साइबर अपराध को अंजाम देने के साथ बैंक की कैश मशीनों को हैक करने का भी संदेह है। राजधानी काठमांडू के पुलिस प्रमुख उत्तम सूबेदी ने सोमवार को कहा कि पकड़े गए सभी लोगों के पासपोर्ट और लैपटॉप जब्त कर लिए गए हैं। नेपाल में संदिग्ध आपराधिक गतिविधियों के आरोप में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में विदेशी नागरिकों को पकड़ा गया है।

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नेपाल पुलिस की कार्रवाई पर चीनी दूतावास ने अभी कोई टिप्पणी नहीं की है। नेपाल के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी होबिंद्र बोगाटी ने हालांकि बताया कि चीनी दूतावास को इस कार्रवाई के बारे में पता था और उसने संदिग्धों को हिरासत में लेने का समर्थन किया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, इस मामले में चीन और नेपाल की पुलिस संपर्क में है। चीन अपने पड़ोसी के साथ पूरी तरह सहयोग करने के लिए तैयार है।

नेपाल में इससे पहले सितंबर में बैंक की कैश मशीनों को हैक कर रकम निकालने के आरोप में पांच चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था। इस साल सोने की तस्करी के आरोप में भी चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गत अक्टूबर में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की नेपाल यात्रा के दौरान दोनों देशों ने आपराधिक मामलों में एक-दूसरे की मदद करने के करार पर हस्ताक्षर किए थे।

हाल के वर्षों में नेपाल में चीन की गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं। चीन ने नेपाल के कई क्षेत्रों सड़क, ऊर्जा और अस्पतालों में हजारों करोड़ का निवेश कर रखा है। नेपाल पर्यटन बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, इस साल अक्टूबर तक एक लाख 34 हजार चीनी पर्यटक नेपाल आए। जो पिछले साल की तुलना में 9.2 फीसद अधिक है।

बता दें कि भारत में भी साइबर क्राइम के मामलों चिंताजनक बढ़ोतरी हुई है। अकेले गुजरात में ही पिछले दो साल में साइबर क्राइम की घटनाओं में 90 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। नेशनल क्राइम ब्यूरो द्वारा जारी आंकड़ो के मुताबिक, गुजरात में साल 2015 में साइबर क्राइम के 242 जबकि वर्ष 2017 में 458 मामले दर्ज हुए। साल 2018 साइबर क्राइम की जो घटनाएं दर्ज हुई है, उसमें सबसे अधिक 42 ऑनलाइन ठगी, 41 एटीएम फ्रॉड, 14 वन टाइम पासवर्ड की शिकायतें हैं। खास तौर पर अहमदाबाद में साइबर क्राइम सबसे अधिक शिकायत दर्ज हुई हैं। 

बरतें ये सावधानियां 

विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा वक्‍त में जैसे जैसे स्मार्ट फोन का उपयोग बढ़ रहा है। वैसे ही साइबर क्राइम के मामलों में बढ़ोत्‍तरी हो रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि स्मार्ट फोन एक कांच की दीवार की तरह है जिसमें बेहद सावधानी बरतनी पड़ती है। साइबर अपराधियों से खुद को बचाने के लिए बेहतर है कि आप अपने कार्ड का पासवर्ड बदलते रहें साथ ही किसी को अपना पासवर्ड बताएं। साथ ही सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी बनाकर गुमराह करने वालों से भी सावधान रहना चाहिए। किसी को फोन पर पासवर्ड या वन टाइम पासवर्ड नहीं बताना चाहिए। कुछ भी संदिग्‍ध दिखने पर तुरंत बैंक से संपर्क करें। 


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