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शंकर शर्मा हो सकते हैं भारत में नेपाल के नए राजदूत, कैबिनेट का प्रस्ताव

Shankar Sharma as Nepal Ambassador in India नेपाल कैबिनेट ने गुरुवार को भारत ब्रिटेन और अमेरिका के अपने नए राजदूतों की नियुक्ति की सिफारिश कर दी। इन सिफारिशों के आधार पर शंकर शर्मा भारत में नेपाल के नए राजदूत हो सकते हैं।

By Monika MinalEdited By: Published: Fri, 29 Oct 2021 02:37 AM (IST)Updated: Fri, 29 Oct 2021 03:08 AM (IST)
शंकर शर्मा हो सकते हैं भारत में नेपाल के नए राजदूत, कैबिनेट का प्रस्ताव
शंकर शर्मा हो सकते हैं भारत में नेपाल के नए राजदूत

काठमांडू, एएनआइ।  नेपाल कैबिनेट (Nepal Cabinet) ने गुरुवार को भारत (India) , ब्रिटेन (UK) और अमेरिका (US) के अपने नए राजदूतों की नियुक्ति की सिफारिश कर दी। इन सिफारिशों के आधार पर शंकर शर्मा (Shankar Sharma) भारतमें  नेपाल के नए राजदूत हो सकते हैं। यह पद पिछले एक महीने से ज्यादा समय से खाली था। शर्मा, प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के विश्वासपात्र हैं और उन्होंने अमेरिका में नेपाल के राजदूत के तौर पर 2009 से 2013 तक काम किया है।

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प्रधानमंत्री देउबा की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में भारत, अमेरिका और ब्रिटेन में नेपाल के राजदूतों के नाम प्रस्तावित किए गए। मेजबान देश और नेपाल की संसद की मंजूरी मिलने के बाद इन राजदूतों की नियुक्ति की जाएगी।यह जानकारी नेपाल के गृह मंत्री बालकृष्ण खंड (Bal Krishna Khand) ने दी।

फरवरी 2019 से भारत में नेपाल के राजदूत के तौर पर कार्यरत निमलंबर आचार्य (Nimlambar Acharya) पिछले सप्ताह वापस चले गए। सूचना मंत्री ज्ञानेंद्र कार्की (Gyanendra Karki) ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि मंत्रिपरिषद की एक बैठक में शंकर शर्मा को भारत में, ज्ञान चंद्र आचार्य (Gyan Chandra Acharya) को ब्रिटेन में और श्रीधर खत्री (Sreedhar Khatri) को संयुक्त राज्य में राजदूत के रूप में अनुशंसा की गई है।

राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर खत्री विदेश मामलों के विशेषज्ञ हैं, जबकि शर्मा अमेरिका के पूर्व राजदूत हैं। प्रोफेसर खत्री ने पहले काठमांडू और श्रीलंका में अनेकों थिंक टैंक का नेतृत्व किया है। केपी शर्मा ओली के शासनकाल में अमेरिका में नेपाल के राजदूत युवराज खाटीवाडा (Yubraj Khatiwada) गुरुवार को काठमांडू वापस लौट गए।  अनुशंसित राजदूतों पर संसदीय सुनवाई आने वाले महीने में होगी। प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा की नवगठित सरकार ने 21 सितंबर को केपी शर्मा ओली के नेतृत्व वाले प्रशासन के तहत नियुक्त सभी राजदूतों को वापस बुलाने का फैसला किया है।

नेपाल के विदेश में कुल 33 राजनयिक मिशन हैं। कैरियर राजनयिकों को 10 विभिन्न मिशन में राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया है, शेष 23 मिशन में राजनीतिक नियुक्तियां की गई हैं।


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