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नेपाल में दूरदर्शन को छोड़कर सभी भारतीय न्यूज चैनल बंद, लगाए ये गंभीर आरोप

नेपाल में केबल टीवी ऑपरेटर्स का कहना है कि वहां भारतीय चैनलों के सिग्नल बंद कर दिए गए हैं। फिलहाल नेपाल की सरकार की तरफ से ऐसा कोई आधिकारिक आदेश नहीं आया है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 09 Jul 2020 08:50 PM (IST)Updated: Fri, 10 Jul 2020 12:33 AM (IST)
नेपाल में दूरदर्शन को छोड़कर सभी भारतीय न्यूज चैनल बंद, लगाए ये गंभीर आरोप
नेपाल में दूरदर्शन को छोड़कर सभी भारतीय न्यूज चैनल बंद, लगाए ये गंभीर आरोप

काठमांडु, एएनआइ। नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली ने एक और भारत विरोधी कदम उठाया है। नेपाल के केबल टीवी प्रदाताओं ने गुरुवार को बताया कि देश में दूरदर्शन को छोड़कर सभी भारतीय न्यूज चैनलों के सिग्नल बंद कर दिए गए हैं। हालांकि इस संबंध में कोई आधिकारिक आदेश जारी नहीं किया गया है। नेपाल के एक चैनल ऑपरेटर मेगा मैक्स टीवी के ध्रुब शर्मा ने बताया, 'शाम से हमने भारतीय चैनलों के सिग्नल बंद कर दिए हैं।' उधर, सीमा से सटे नेपाल के मधेश क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व स्थानीय जनता ने इस निर्णय को तनाव बढ़ाने वाला कदम बताया है। 

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वर्तमान सरकार बदनाम करने का आरोप लगाया

नेपाल के मल्टी सिस्टम ऑपरेटर्स (एमएसओ) ने यह कदम पूर्व उपप्रधानमंत्री और सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) के प्रवक्ता नारायण काजी श्रेष्ठ के उस बयान के कुछ घंटों बाद उठाया, जिसमें उन्होंने कहा कि भारतीय मीडिया को तत्काल नेपाल सरकार और प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के खिलाफ निराधार प्रोपेगेंडा रोक देना चाहिए। ट्विटर पर श्रेष्ठ ने इस बात पर नाखुशी जताई कि कुछ मीडिया चैनल्स वर्तमान सरकार को बदनाम करने के लिए हद पार कर गए हैं।

यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब कुछ भारतीय क्षेत्रों को अपने नए मानचित्र में शामिल करने के बाद से नेपाल और भारत के बीच तनाव की स्थिति है। उधर, प्रचंड गुट ने पीएम ओली के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा है कि उनकी हालिया भारत विरोधी टिप्पणी "न तो राजनीतिक रूप से सही है और न ही राजनयिक रूप से उपयुक्त है। प्रचंड गुट को वरिष्ठ नेताओं और पूर्व प्रधानमंत्रियों माधव कुमार नेपाल और झलनाथ खनाल का समर्थन हासिल है।

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दोनों देशों के बीच बढ़ेगा तनाव 

प्रसारण पर रोक संबंधी आदेश को लेकर नेपाल के भैरहवा क्षेत्र से विधायक संतोष पांडेय ने कहा कि वितरकों के इस कदम के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ेगा। किसी भी संस्था को ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए, जिससे दोनों देशों के संबंधों पर असर पड़े। नेपाल के मधेशी नेता व सांसद प्रमोद यादव, विधायक अष्टभुजा पाठक व पूर्व मंत्री गुलजारी यादव ने भी भारतीय निजी समाचार चैनलों के प्रसारण पर रोक संबंधी आदेश को तनाव बढ़ाने वाला कदम बताया है। सभी जनप्रतिनिधियों ने एक स्वर में इस आदेश को वापस लेने के लिए नेपाल सरकार से मांग की है।

पीएम ओली ने भारत पर लगाए थे आरोप

कुछ दिनों पहले पीएम आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में पीएम केपी शर्मा ओली ने पार्टी में मचे घमासान को लेकर भारत पर इशारों-इशारों में आरोप लगाते हुए कहा था कि एक दूतावास मेरी सरकार के खिलाफ होटल में साजिश रच रहा है। ओली ने दावा किया कि उनकी सरकार द्वारा रणनीतिक रूप से तीन प्रमुख भारतीय क्षेत्रों को देश के मानचित्र में शामिल करने के बाद उन्हें पद से हटाने का प्रयास किया जा रहा है। किसी व्यक्ति या देश का नाम लिए बगैर ओली ने दावा किया, मुझे सत्ता से हटाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन यह सफल नहीं होगा। प्रधानमंत्री ओली ने दावा किया था कि काठमांडू के एक होटल में उन्हें हटाने के लिए बैठकें की जा रही है और इसमें एक दूतावास भी सक्रिय है।


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