नेपाल ने कोविशिल्ड के आपात उपयोग को दी मंजूरी, भारत से जल्द देने का किया आग्रह
डीडीए ने एक नोटिस जारी कर कहा यह सभी को सूचित करना है कि नेपाल में कोविड-19 के खिलाफ कोविशिल्ड वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण के लिए सशर्त अनुमति दी गई है। कोविशिल्ड को एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित किया गया है और इसे SII द्वारा निर्मित किया जाएगा।
काठमांडू, एएनआइ। नेपाल ने भारत की तरफ से ऑक्सफोर्ड और एस्ट्रोजनेका द्वारा तैयार की गई कोरोना वैक्सीन 'कोविशिल्ड' के आपात इस्तेमाल को अपनी मंजूरी दे दी है। नेपाल सरकार ने शुक्रवार को 'कोविशिल्ड' वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग को मंजूरी दे दी है। इसका निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) द्वारा किया जा रहा है। वैक्सीन के उपयोग का निर्णय औषधि प्रशासन विभाग (DDA) द्वारा लिया गया था।
डीडीए ने एक नोटिस जारी कर कहा, 'यह सभी को सूचित करना है कि नेपाल में कोविड-19 के खिलाफ कोविशिल्ड वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण के लिए सशर्त अनुमति दी गई है।' द हिमालयन टाइम्स ने बुधवार को नेपाल में उपयोग के लिए अपने उत्पादों को पंजीकृत करने के लिए वैक्सीन निर्माताओं को बुलाया था।
कोविशिल्ड को एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित किया गया है और इसे SII द्वारा निर्मित किया जाएगा। गुरुवार को, विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस बात को याद किया कि भारत का टीका उत्पादन और वितरण क्षमता का उपयोग इस संकट से लड़ने में सभी मानवता के लाभ के लिए किया जाएगा।
हालांकि, उन्होंने कहा कि अन्य देशों को कोविड-19 वैक्सीन की आपूर्ति पर विशिष्ट प्रतिक्रिया देना जल्दबाजी होगी। भारत ने इससे पहले देश में भारत बायोटेक द्वारा विकसित दो COVID-19 टीकों कोविशिल्ड और कोवाक्सिन के आपातकालीन उपयोग को अनुमित दी थी।
कल से शुरू होगा दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान
कोरोना महामारी के खिलाफ भारत में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान कल से शुरू होने जा रहा है। इस अभियान के लिए देश ने पूरी तरह से कमर कस ली है। शनिवार, 16 जनवरी को सुबह 10:30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से टीकाकरण के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। पहले चरण में तीन करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जाएगा। पीएमओ की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान होगा। यह अभियान देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एक साथ शुरू होगा। इसे लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।