पेरिस में प्रथम विश्व युद्ध की 100वीं बरसी के कार्यक्रम में अकेले पड़ गए 'राष्ट्रवादी' ट्रंप
प्रथम विश्व युद्ध की समाप्ति की 100वीं बरसी पर हिस्सा लेने पेरिस में पहुंचे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पूरे दौरे पर अकेले दिखे।
पेरिस, एपी। 'अमेरिका फर्स्ट' (अमेरिका सबसे पहले) का नारा लगाने वाले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 'अमेरिका अलोन' (अकेला अमेरिका) की स्थिति में पहुंच गए हैं। प्रथम विश्व युद्ध की समाप्ति की 100वीं बरसी पर रविवार को पेरिस में हुए कार्यक्रम में इसकी झलक देखने को मिली। मेजबान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों समेत कई देशों के नेताओं ने दुनियाभर में उभरते राष्ट्रवाद को घातक बताया।
पूरे दौरे में अकेले दिखे ट्रंप
कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे ट्रंप पूरे दौरे पर अकेले दिखे। उन्होंने ज्यादातर समय पेरिस में अमेरिकी राजदूतों के निवास पर ही बिताया। कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए भी ट्रंप अन्य वैश्विक नेताओं से इतर अकेले ही पहुंचे। खुद को खुलकर राष्ट्रवादी कहने वाले ट्रंप ने अपने दो साल के कार्यकाल में अमेरिका फर्स्ट की नीति पर चलते हुए अपने यूरोपीय सहयोगियों को चिंता में डाल दिया है।
उन्होंने यूरोपीय संघ से व्यापार में आयात शुल्क लगा दिया है, पेरिस में हुए जलवायु समझौते से अमेरिका को हटा लिया है और ईरान के साथ हुए समझौते से भी बाहर हो गए हैं। उनके इन कदमों का वैश्विक स्तर पर व्यापक विरोध हुआ है।
सीरिया, सऊदी के हालात पर चर्चा
फ्रांस से वापसी से पहले ट्रंप ने विभिन्न देशों के नेताओं से चर्चा भी की। ह्वाइट हाउस ने बताया कि वैश्विक नेताओं की बैठक में सीरिया, सऊदी अरब, अफगानिस्तान, चीन और उत्तर कोरिया के चर्चा के केंद्र में रहे। प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा कि व्यापार और प्रतिबंधों को लेकर भी उत्साहजनक चर्चा हुई।