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म्‍यांमार की आंग सान सू की हिंसाग्रस्‍त रखाइन प्रांत के पहले दौरे पर

बीते 25 अगस्‍त को रखाइन प्रांत में कुछ रोहिंग्‍या विद्रोहियों ने सुरक्षा बलों पर हमला बोल दिया था, जिसके बाद पूरे समुदाय के खिलाफ सैन्‍य कार्रवाई की गई।

By Pratibha KumariEdited By: Published: Thu, 02 Nov 2017 11:45 AM (IST)Updated: Thu, 02 Nov 2017 11:50 AM (IST)
म्‍यांमार की आंग सान सू की हिंसाग्रस्‍त रखाइन प्रांत के पहले दौरे पर
म्‍यांमार की आंग सान सू की हिंसाग्रस्‍त रखाइन प्रांत के पहले दौरे पर

यंगून, एएफपी। म्‍यांमार के उत्‍तरी रखाइन प्रांत में रोहिंग्‍या समुदाय के खिलाफ हिंसात्‍मक कार्रवाई पर टिप्‍पणी करने से बचती नजर आईं आंग सान सू आज पहली बार यहां का दौरा करने पहुंचीं। इसकी पहले से आधिकारिक घोषणा नहीं की गई थी।

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रोहिंग्‍या समुदाय के मामले में चुप्‍पी साधने को लेकर आंग सान सू की की अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर काफी आलोचना हुई थी। उनसे नोबेल पुरस्‍कार तक लौटाने की मांग की गई थी। एक सरकारी प्रवक्‍ता ने बताया कि स्‍टेट काउंसलर एक दिवसीय दौरे पर हैं। वह कई इलाकों का दौरा करेंगी।

बीते 25 अगस्‍त को कुछ रोहिंग्‍या विद्रोहियों ने सुरक्षा बलों पर हमला बोल दिया था, जिसके बाद पूरे समुदाय के खिलाफ सैन्‍य कार्रवाई की गई। बड़ी संख्‍या में रोहिंग्‍या मुस्लिमों की हत्‍याएं की गईं, महिलाओं के साथ बलात्‍कार किया गया और लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दिया गया। ऐसी स्थिति में लाखों की संख्‍या में लोग जान बचाकर बांग्‍लादेश भाग गए।

अब तक छह लाख लोगों के बांग्‍लादेश पहुंचने की खबर है। इसको लेकर अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर म्‍यांमार की छवि काफी धूमिल हुई है। संयुक्‍त राष्‍ट्र समेत कई देशों ने इसकी भर्त्‍सना की है और रोहिंग्‍या समुदाय की सुरक्षा व उनकी घर वापसी में मदद के लिए म्‍यांमार पर दबाव बनाया गया है।

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