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Myanmar Protesters: म्यांमार में लोकतंत्र के समर्थकों का प्रदर्शन, हलिंग के जन्मदिन पर पढ़े अंतिम संस्कार के संदेश

म्यांमार में पांच महीनों पहले किए गए तख्तापलट के बाद से देश में प्रदर्शन लगातार जारी है। शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने मिन आंग हलिंग के विरोध में प्रदर्शन करते हुए नकली ताबूत और पुतले जलाए। प्रर्दशनकारियों का कहना है कि देश को अराजकता पैदा की हुई है।

By Amit KumarEdited By: Published: Sat, 03 Jul 2021 08:23 PM (IST)Updated: Sat, 03 Jul 2021 08:23 PM (IST)
Myanmar Protesters: म्यांमार में लोकतंत्र के समर्थकों का प्रदर्शन, हलिंग के जन्मदिन पर पढ़े अंतिम संस्कार के संदेश
हलिंग के जन्मदिन पर पढ़े अंतिम संस्कार के संदेश। फाइल फोटो।

नाएप्यीडॉ, एजेंसी: म्यांमार में सेना द्वारा पांच महीनों पहले किए गए तख्तापलट के बाद से देश में लोकतंत्र के समर्थकों का प्रदर्शन लगातार जारी है। शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने जुंटा के शासक मिन आंग हलिंग के विरोध में प्रदर्शन करते हुए नकली ताबूत और पुतले जलाए। प्रर्दशनकारियों का कहना है कि, उनसे देश में अराजकता पैदा की हुई है।

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जन्मदिन पर विरोध प्रदर्शन

जानकारी के मुताबिक 3 जुलाई को हलिंग का जन्मदिवस मनाया जाता है, उससे ठीक एक दिन पहले 2 जुलाई दिन शनिवार को प्रदर्शन के दौरान वहां मौजूद लोगों ने पोस्टर अपने हाथों में लिए हुए थे। जिनमें हलिंग के लिए लिखा था कि, ‘तुम्हारा जन्मदिन और मृत्यु दिन समान हो’, ‘तुम कभी शांती से न रहो’, वहां मौजूद लोग इस तरह अंतिम संस्कार के संदेश पढ़ रहे थे। देश के कई हिस्सों में इसी तरह के विरोध प्रदर्शन देखने को मिले। मांडले में प्रदर्शन के दौरान एक युवक ने 65 वर्षीय जनरल की तस्वीर को आग लगाते हुए कहा कि ‘हम इसे एक श्राप के रूप में जला रहे हैं’। हलिंग अपने 65वें जन्मदिन के बाद सेवानिवृत्त होने वाले थे, लेकिन तख्तापलट के बाद अनिवार्य सेवानिवृत्ति की आयु समाप्त कर दी गई थी। सेना के मुताबिक उसकी शक्तियों की धारणा संविधान के अनुरूप थी। सेना ने नवंबर में सू की की पार्टी पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया था, हालांकि पूर्व चुनावी निकाय द्वारा आरोपों को खारिज कर दिया गया था।

विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों लोगों की मौत

गौरतलब है कि, मिन आंग हलिंग ने बीती एक फरवरी को सत्ता संभालते हुए, जनता द्वारा निर्वाचित नेता आंग सान सू की को उखाड़ फेंका था। साथ ही एक दशक के लोकतांत्रिक सुधारों को कम कर दिया, जिसने म्यांमार को पिछले जुंटा शासन के तहत अलगाव से बाहर कर दिया था। म्यांमार के कई हिस्सों में लगभग प्रतिदिन विरोध प्रदर्शन होते हैं। हड़तालों ने आधिकारिक और निजी व्यवसाय को नुकसान पहुंचाया है और सीमावर्ती इलाकों में छिड़ी लड़ाई के कारण लगभग दो लाख बेघर हो गए हैं। इस सप्ताह संयुक्त राष्ट्र की एक ब्रीफिंग के आंकड़ों के अनुसार, तख्तापलट के बाद से सुरक्षा बलों द्वारा 880 से अधिक लोग मारे गए हैं और 5,200 से अधिक लोग हिरासत में लिए गए हैं। वहीं, म्यांमार के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को प्रकाशित संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों पर विरोध जताया है। उन्होंने इसे "अपुष्ट तथ्यों" के रूप में बताया है, लेकिन मौतों और नजरबंदी के अपने स्वयं के आंकड़े नहीं जारी किए हैं। इस सप्ताह सैकड़ों कैदियों को रिहा भी किया गया है।


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