आसियान के भव्य उद्घाटन समारोह में बजा रामायण का संगीत
मनीला में दो दिवसीय आसियान समिट का भव्य आगाज हुआ जिसमें महाकाव्य रामायण का भी संगीत बजाया गया।
मनीला (प्रेट्र)। दो दिवसीय आसियान समिट के भव्य उद्घाटन समारोह में प्रमुख आकर्षणों में एक महाकाव्य रामायण का संगीतमय माहौल भी रहा। इससे भारत के सांस्कृतिक संबंधों के साथ फिलीपींस व अनेकों सदस्य देशों के जुड़ाव को दर्शाया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, चीन के ली केकिआंग, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबी व आसियान के अन्य सदस्य देशों के प्रमुखों ने समारोह में हिस्सा लिया। रामायण के इस उत्कृष्ट प्रदर्शन को बैलेट कंपनी रामाहरि ने प्रस्तुत किया जिसे दर्शकों की ओर से खूब सराहा गया। फिलीपींस में रामायण को ‘महाराडिया लावना(Maharadia Lawana)’ कहते हैं जिसका अर्थ महाराजा रावण है। फिलीपींस का मशहूर नृत्य ‘सिंगकिल’ रामायण पर ही आधारित है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने भी ट्वीट किया है।
आसियान के नेताओं ने बाद में सम्मेलन में चर्चा शुरू की, जो कि दक्षिण चीन सागर में चीन के बढ़ते सैन्यबलों के तहत हो रही है। हाइड्रोकार्बन के विशाल भंडार दक्षिण चीन सागर के सभी हिस्सों पर चीन अपना दावा करता है।
हालांकि, वियतनाम, फिलीपींस और ब्रुनेई सहित कई आसियान सदस्य देशों की ओर से इसके विपरीत दावा किया जाता है। दक्षिण चीन सागर के कानून पर 1982 में संयुक्त राष्ट्र के कंवेंशन समेत अंतरराष्ट्रीय कानून को देखते हुए भारत यहां नैविगेशन व संशोधनों तक पहुंच की स्वतंत्रता का समर्थन करता है। दक्षिण चीन सागर में सभी हितधारकों के लिए वैधता पर आसियान जोर दे रहा है लेकिन बीजिंग इसका विरोध करता है। बीजिंग का कहना है कि द्विपक्षीय तंत्र के तहत संबंधित देशों के साथ विवाद का हल निकालेगा। आसियान दक्षिण चीन समुद्र में सभी हितधारकों के लिए कानूनी आचरण संहिता के लिए जोर दे रहा है, लेकिन बीजिंग इस तरह के ढांचे का विरोध कर रहा है कि यह द्विपक्षीय तंत्र के तहत संबंधित देशों के साथ विवाद को हल करेगा।आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में कल प्रधानमंत्री मोदी हिस्सा लेंगे।
यह भी पढ़ें: आसियान शिखर सम्मेलन: फिलीपींस में पीएम मोदी ने राइस फील्ड लैब का किया उद्घाटन