UNSC जैसी निकायों को बदलाव की है जरूरत :UN चीफ
अभी के समय में बहुपक्षीय क्षमताओं वाले निकायों में बदलाव की जरूरत पर संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरस ने जोर दिया।
संयुक्त राष्ट्र, प्रेट्र। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरस (UN chief Antonio Guterres ) ने प्रभावी और समावेशी बहुपक्षवाद की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद जैसे बहुपक्षीय निकायों के पास सारी ताकतें हैं लेकिन इसका इस्तेमाल सही नहीं पा रहा है। शुक्रवार को विश्व निकाय यूएन चार्टर में शामिल होने की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि देश एक दूसरे का जिस तरह से सहयोग कर रहे हैं उस तरीके पर दोबारा सोचने की जरूरत है। उन्होंने कहा, 'हमें यह स्पष्ट है कि संयुक्त राष्ट्र और बहुपक्षवाद में बदलाव की जरूरत है ताकि यह प्रभावी बना रहे।' संयुक्त राष्ट्र की स्थापना 24 अक्टूबर 1945 को हुई थी और इसे 26 जून 1945 में घोषणा पत्र पर सदस्य देशों के हस्ताक्षर के बाद यूएन चार्टर में स्वीकार किया गया था। इस घोषणा पत्र पर सैन फ्रांसिस्को में 50 देशों ने हस्ताक्षर किए थे।
कोविड-19 के कारण दुनिया भर में फैली महामारी से निपटने के सफल इंतजाम करने में असफल रहे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। गुटेरस ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को मौजूदा चुनौतियों का सामना करने के लिए बहुपक्षीय क्षमताओं का इस्तेमाल करना चाहिए और यह न केवल वर्तमान स्थितियों के लिए बल्कि भविष्य के लिए भी हो।
इसके अलावा पाकिस्तान में आतंकियों के लिए पनाहगाह होने संबंधी अमेरिकी रिपोर्ट के बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने उम्मीद जताई है कि सभी सदस्य देश सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों के तहत अपने दायित्वों का ‘पालन करेंगे।'
कोविड-19 (COVID19) के कारण इस साल संयुक्त राष्ट्र आम सभा (UNGA) का सत्र वर्चुअल होने की संभावना है। वहीं गुटेरस ने कहा कि उन्हें इस बात की उम्मीद है कि सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य चीन, फ्रांस, रूस, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका की समिट आम सभा से पहले संभव हो सकेगा।