खाड़ी देशों से भारत के लिए होंगी और उड़ानें, बाहर फंसे हुए नागरिकों को निकालना देश की प्राथमिकता
सऊदी अरब स्थित भारतीय मिशन भारतीयों को ले जाने के लिए अगले सप्ताह चार उड़ानों की व्यवस्था कर रहा है। इनमें सोमवार को रियाद से दिल्ली जाने वाली फ्लाइट भी शामिल है।
मस्कट, प्रेट्र। भारत ने कोविड-19 से जुड़े यात्रा प्रतिबंधों के कारण खाड़ी देशों से अपने फंसे हुए नागरिकों को निकालना शुरू कर दिया है। इस बीच, खाड़ी देशों में भारत के राजदूतों ने प्रवासी भारतीयों को आश्वासन दिया है कि आने वाले दिनों में उनके लिए अधिक उड़ानें होंगी। भारत ने वंदे भारत मिशन के तहत शनिवार को ओमान और सऊदी अरब में फंसे हुए अपने नागरिकों को निकाला। इस मिशन के तहत पहली फ्लाइट से सात मई को अबू धाबी और दुबई से 363 भारतीयों को केरल ले जाया गया था।
सऊदी अरब में भारतीय राजदूत औसाफ सईद ने शुक्रवार को कहा कि रियाद से कोझीकोड की उड़ान में 152 यात्रियों को ले जाया गया। सईद ने कहा कि इस विमान में अधिकतर ऐसे श्रमिक थे, जिन्होंने कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण अपनी नौकरी खो दी थी। इसके अलावा ऐसे लोग भी थे, जिन्हें चिकित्सा कारणों से घर जाना था। बड़ी संख्या में केरल की गर्भवती नर्सो को भी इस विमान से घर भेजा गया।
चार उड़ानों की हो रही है व्यवस्था
सऊदी अरब स्थित भारतीय मिशन भारतीयों को ले जाने के लिए अगले सप्ताह चार उड़ानों की व्यवस्था कर रहा है। इनमें सोमवार को रियाद से दिल्ली जाने वाली फ्लाइट भी शामिल है। सऊदी अरब से भारत के विभिन्न राज्यों जैसे महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और तेलंगाना जाने वाले लोगों के लिए 16 मई के बाद अलग-अलग उड़ानों की योजना बनाई जा रही है। दुबई में महावाणिज्यदूत विपुल ने कहा, मिशन उन भारतीय नागरिकों की मदद करने के लिए तैयार है, जो देश लौटने के लिए बेताब हैं।
गौरतलब है कि दुनियाभर में फैलते कोरोना वायरस और लॉकडाउन के बीच विदेश में हजारों की तादाद में भारतीय फंसे हुए हैं जो अपने देश आना चाहते हैं। गुरुवार से ही विदेश में फंसे भारतीयों को वापस लाने का काम शुरु हो गया है। देर रात आबू धाबी से लोगों को लेकर पहला विमान कोच्चि हवाई अड्डे पर पहुंच गया है। इस महाभियान का नाम वंदे भारत मिशन रखा गया है। एयर इंडिया के पांच विमान विदेश में फंसे नागरिकों को लेकर देश लौटेंगे।