मेक्सिको में कोरोना से पीड़ित गर्भवती महिलाओं की मौत, मोटापा और उच्च रक्तचाप से ग्रसित थीं
मेक्सिको ने कोरोना वायरस से पीड़ित गर्भवती महिलाओं की मौत की पुष्टि की है। देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मेक्सिको में गर्भवती महिलाओं की मौत का यह पहला मामला है।
मेक्सिको सिटी, एजेंसी। मेक्सिको ने कोरोना वायरस से पीडि़त गर्भवती महिलाओं की मौत की पुष्टि की है। देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मेक्सिको में गर्भवती महिलाओं की मौत का यह पहला मामला है। मेक्सिको में 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के 260 नए मामले दर्ज हुए हैं। इसके चलते देश में कुल मामले 3,441 के पार कर चुका है। इन दो महिलाओं में एक ने निधन से पहले एक बेटे का जन्म दिया है।
मेक्सिको के उप स्वास्थ्य मंत्री लोपेज गैटेल ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि गर्भवती महिलाएं कोरोना संक्रमण के लिए अतिसंवेदनशील होती हैं। गैटल ने कहा कि दोनों महिलाएं मोटापा और उच्च रक्तचाप से ग्रसित थीं। चिकित्सकीय रूप से दोनों लक्ष्ण कोरोना के जोखिम को बढ़ाती हैं। उन्होंने कहा कि नवजात शिशु सांस की समस्या से ग्रसित है। अभी भी बच्चे की हालात नाजुक बनी हुई है। बता दें कि मेक्सिको में मधुमेह और मोटापा की बीमारी दुनिया भर में सबसे अधिक है।
लीमा में कोरोना वायरस से संक्रमित दो महिलाओं ने नवजात शिशुओं को दिया जन्म
गौरतलब है कि बुधवार को पेरू की राजधानी लीमा में कोरोना वायरस से संक्रमित दो महिलाओं ने नवजात शिशुओं को जन्म दिया था। अस्पताल में जन्में दोनों बच्चे स्वस्थ्य हैं। दोनों बच्चों की कोरोना की जांच निगेटिव पाई गई है। लीमा के एक अस्पतात ने बताया कि गर्भवती महिला ने 27 मार्च को एक बच्चे को जन्म दिया और दूसरे बच्चे ने 31 मार्च को जन्म लिया है। लीमा में रेबग्लियाटी अस्पताल ने बताया इससे यह सिद्ध होता है कि नवजात शिशुओं में अपनी मां का संक्रमण नहीं हुआ। अस्पताल ने कहा कि दोनों माताओं का स्वास्थ्य अच्छा है। हालांकि, दोनों अभी भी कोरोना वायरस के लिए उपचार प्राप्त कर रहीं हैं।
गर्भवती महिलाओं के लिए एक सकारात्मक खबर
इसके बाद यह शोध का विषय था कि कोरोना पाजिटिव मां क्या एक स्वस्थ्य बच्चे को जन्म दे सकती है। वैज्ञानिकों एवं चिकित्सकों के लिए यह एक चिंता का विषय है, लेकिन पेरू की यह रिपोर्ट गर्भवती महिलाओं के लिए एक सकारात्मक खबर है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि कोरोना पाजिटिव गर्भवती महिलाओं के लिए अपने बच्चों की देखभाल के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। वह अपने नवजात शिशुओं को सामान्य रूप से स्तनपान करा सकती हैं, बशर्ते कि वे कठोर स्वच्छता बनाए रखें। पेरू अस्पताल के डॉक्टर कार्लोस अल्ब्रेक्ट ने कहा ने कहा कि महिलाओं को अपने बच्चों के साथ रहने की इजाजत दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह एक नई महामारी है और हमारे पास इसका कोई अनुभव नहीं है। उन्होंने कहा कि चीन और इटली के कुछ प्रकाशन हैं जो संक्रमित महिलाओं को स्तनपान की सिफारिश करते हैं। इसमें यह दावा किया गया है कि स्तन के दूध के माध्यम से संक्रमण का प्रसार नहीं होता है।