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जॉर्डन में आठ बच्चों समेत 13 पाकिस्तानियों की मौत, जानिए क्‍या है वजह

जॉर्डन के एक कृषि फार्म में आग लगने से आठ बच्चों समेत 13 पाकिस्तानियों की मौत हो गई। इस हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से झुलस गए।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Mon, 02 Dec 2019 08:27 PM (IST)Updated: Mon, 02 Dec 2019 08:30 PM (IST)
जॉर्डन में आठ बच्चों समेत 13 पाकिस्तानियों की मौत, जानिए क्‍या है वजह
जॉर्डन में आठ बच्चों समेत 13 पाकिस्तानियों की मौत, जानिए क्‍या है वजह

अम्मान, रायटर। जॉर्डन के एक कृषि फार्म में आग लगने से आठ बच्चों समेत 13 पाकिस्तानियों की मौत हो गई। इस हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से झुलस गए। अम्मान से लगभग 50 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में जॉर्डन के शुना शहर में आग लगने से यह हादसा हुआ। यह घटना जॉर्डन वैली में रविवार रात उस समय हुई, जब ये लोग अस्थायी रूप से बने घर में सो रहे थे। आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगने की आशंका जताई जा रही है।

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बिजली की गड़बड़ी के कारण आग लगने के संकेत 

जॉर्डन सिविल डिफेंस के प्रवक्ता इयाद अल आमरे ने सोमवार को कहा, प्रारंभिक जांच में बिजली की गड़बड़ी के कारण आग लगने के संकेत मिले हैं। जबकि सिविल डिफेंस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि टीन शेड में दो परिवार रहते थे। पुलिस इस घटना की जांच कर रही है।

हजारों की संख्या में विदेशी मजदूर

फलों और सब्जियों की उपज वाले जॉर्डन वैली इलाके में बड़ी संख्या में निजी कृषि फार्म हैं। यहां हजारों की संख्या में विदेशी मजदूर भी काम करते हैं। उन्हें आमतौर पर टीन शेड से बने घरों में रखा जाता है। सीरिया से सटे जॉर्डन में बड़ी संख्या में सीरियाई शरणार्थी भी रहते हैं। उनके शिविरों में भी बिजली की गड़बड़ी और गैस स्टोव के कारण आग लगने की कई घटनाएं हो चुकी हैं।

पाकिस्‍तान दूतावास ने दी प्रतिक्रिया 

अम्मान में पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारी ने घटना की पुष्टि की। उन्‍होंने कहा कि हां, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है जो अम्मान के करीब हुई है। यह दुख की बात है कि 13 पाकिस्तानी नागरिक जिनमें सात बच्चे और चार महिलाएं और जॉर्डन में रहने वाले दो पुरुष शामिल हैं, आग की चपेट में आ गए हैं। यह आग दो दिसंबर को रात लगभग 2 बजे लगी थी। आग का कारण शॉर्ट सर्किट बताया गया है।

पीड़ित सिंध प्रांत के दादू जिले के एक जोया परिवार के थे। परिवार के मुखिया अली शेर जोया घटना में बच गए हैं। यह परिवार 1970 के दशक में पाकिस्तान से जॉर्डन चला गया था और कृषि व खेती के पेशे से जुड़ा था। पाकिस्तान दूतावास के प्रवक्ता ने बताया कि वे दूतावास जॉर्डन में रहने वाले मृतक के परिवार और रिश्तेदारों के संपर्क में हैं।


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