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जानिए क्या होता है अमोनियम नाइट्रेट जिससे हिल गई लेबनान और राजधानी बेरूत की धरती

अमोनियम नाइट्रेट (Ammonium nitrate) अमोनिया (Ammonia) और नाइट्रोजन (Nitrogen) से मिलकर बनाया जाता है। अमोनियम नाइट्रेट एक अकार्बनिक यौगिक है।

By Vinay TiwariEdited By: Published: Thu, 06 Aug 2020 03:42 PM (IST)Updated: Thu, 06 Aug 2020 04:17 PM (IST)
जानिए क्या होता है अमोनियम नाइट्रेट जिससे हिल गई लेबनान और राजधानी बेरूत की धरती
जानिए क्या होता है अमोनियम नाइट्रेट जिससे हिल गई लेबनान और राजधानी बेरूत की धरती

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। लेबनान की राजधानी बेरूत में मंगलवार की देर रात को जो विस्फोट हुआ उसको देखकर लोगों ने दांतों तले उंगली दबा ली। इतना भयानक विस्फोट शायद ही इससे पहले कभी लोगों ने देखा होगा।

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इस विस्फोट का कारण अमोनियम नाइट्रेट बताया जा रहा है। एक बड़ा सवाल ये भी उठ रहा है कि इतनी बड़ी संख्या में बंदरगाह के पास अमोनियम नाइट्रेट आया कहां से? साथ ही ऐसा क्या हुआ जिससे इतना बड़ा विस्फोट हो गया। जानते हैं क्या होता है अमोनियम नाइट्रेट और किस वजह से हुआ होगा इतना बड़ा विस्फोट?

क्या होता है अमोनियम नाइट्रेट? 

अमोनियम नाइट्रेट (Ammonium nitrate) अमोनिया (Ammonia) और नाइट्रोजन (Nitrogen) से मिलकर बनाया जाता है। अमोनियम नाइट्रेट एक गंधहीन सफेद रंग का केमिकल पदार्थ है जिसका कई कामों में इस्तेमाल होता है। इसका सबसे अधिक प्रयोग दो कामों में होता है पहला खेती के लिए खाद के तौर पर और दूसरा निर्माण या खनन कार्यों में विस्फोटक के तौर पर। ये बहुत विस्फोटक केमिकल होता है, आग लगने पर इसमें जबरदस्त धमाका होता है, धमाके बाद ख़तरनाक गैस निकलने लगती हैं।

अमोनियम नाइट्रेट बेहद ज्वलनशील केमिकल होता है इसलिए इसके रख-रखाव के लिए दुनिया भर में कड़े नियम बनाए गए हैं। इन नियमों में खासतौर से इस बात का ख्याल रखना होता है कि जहां अमोनियम नाइट्रेट रखा जा रहा है वो जगह आग से पूरी तरह से सुरक्षित हो। इसके आसपास किसी तरह का कोई भी बड़ा नाला, पाइप या गटर न हो। क्योंकि ऐसा देखा गया है कि कई बार तापमान और अन्य केमिकल के रिएक्शन से भी आग लग जाती है और धमाके हो जाते हैं। 

कैसे हुआ होगा धमाका 

जानकारों का कहना है कि ये धमाका किसी न किसी की लापरवाही की वजह से हुआ है। किसी ने यहां पर जलता हुआ कुछ फेंका होगा या बिजली की लाइनों में शार्ट सर्किट की वजह से चिंगारी उठी होगी, इस चिंगारी ने अन्य जगहों पर भी नुकसान पहुंचाया होगा उसके बाद ये विस्फोट हुआ। जो वीडियो सामने आया उसमें ये दिख रहा है कि पहले हल्की चिंगारी दिखती है, तारों में स्पार्किंग की आवाज सुनाई देती है उसके कुछ सेकंड के बाद जोरदार धमाका हुआ जिसको देखकर लोगों की चीखें निकल गईं। फिलहाल ये भी जांच की जा रही है।  

250 किलोमीटर तक सुने गए धमाके 

लेबनान की राजधानी बेरूत में बंदरगाह के पास वेयरहाउस में जो धमाका हुआ, उसकी आवाज बेरूत से लगभग 250 किलोमीटर दूर साइप्रस तक सुनाई दी। इस विस्फोट से अब तक दो सौ से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और 5000 से अधिक लोग किसी न किसी तरह से घायल हुए हैं। आसपास के इलाके की सभी बिल्डिंगों के शीशे पूरी तरह से टूटकर बिखर गए हैं, इसके अलावा अन्य नुकसान भी हुए हैं।

कहां से आया था 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट  

लेबनान सरकार के अनुसार, बेरूत पोर्ट पर एक गोदाम में लगभग 2,750 टन अमोनियम नाइट्रेट का भंडारण किया गया था। इसी में विस्फोट हो गया। ये नाइट्रेट शहर में छह साल पहले एक रूसी स्वामित्व वाले मालवाहक जहाज पर सवार होकर शहर में पहुंचा था, इस जहाज का यहां स्टापेज नहीं था मगर ये यहां रूक गया। लेबनानी बंदरगाह के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने न्यायालय के माध्यम से इसे हटाने के लिए कई बार अनुरोध किया मगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया। 

यह वेयरहाउस साल 2014 से बना था। घटना से जिस तरह से नुकसान हुआ है उसको देखते हुए उन्होंने कहा कि इस घटना के जिम्मेदार लोगों को छोड़ा नहीं जाएगा। लेबनान में धमाके के बाद अब इस बात की जांच की जा रही है कि आखिर वेयरहाउस में रखे अमोनियम नाइट्रेट में आग कैसे लगी।

200 किलो अमोनियम नाइट्रेट 6 किलोमीटर के दायरे में मचाता है तबाही 

अमोनियम नाइट्रेट इतना अधिक विस्फोटक और खतरनाक होता है कि 200 किलो की मात्रा 6 किलोमीटर के दायरे में भयानक तबाही मचा देती है। जितनी बड़ी मात्रा में बेरूत में नाइट्रेट में विस्फोट हुआ उससे विस्फोट का अंदाजा लगाया जा सकता है। 

पहले भी हुए हैं अमोनियम नाइट्रेट से हादसे

1947 में, टेक्सास शहर में एक विस्फोट हुआ था, इसमें कम से कम 581 लोग मारे गए और अमोनियम नाइट्रेट ले जा रहे दो मालवाहक जहाजों के टकराने से 3,500 लोग घायल हो गए थे। साल 2013 में वेस्ट टेक्सास में एक उर्वरक संयंत्र में आग लग गई और विस्फोट हो गया, जिसमें 15 लोग मारे गए। साल 2015 में चीन के तियानजिन में एक व्यस्त बंदरगाह पर एक उर्वरक विस्फोट में 165 लोग मारे गए।


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