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Kabul Gurudwara Attack: हमले के पीछे हो सकती ISI की साजिश, यूरोपीयन थिंक टैंक ने जताई आशंका

इस हमले में 25 सिखों की जान चली गई थी यूरोपीयन थिंक टैंक को शक है कि इस हमले के पीछे आइएसआइ की साजिश थी।

By Neel RajputEdited By: Published: Sat, 28 Mar 2020 08:50 AM (IST)Updated: Sat, 28 Mar 2020 08:50 AM (IST)
Kabul Gurudwara Attack: हमले के पीछे हो सकती ISI की साजिश, यूरोपीयन थिंक टैंक ने जताई आशंका
Kabul Gurudwara Attack: हमले के पीछे हो सकती ISI की साजिश, यूरोपीयन थिंक टैंक ने जताई आशंका

अमस्टरडेम, एएनआइ। अफगानिस्तान के काबुल में गुरुद्वारे पर हमले के पीछे पाकिस्तान की आइएसआइ की साजिश की आशंका जताई जा रही हैं। इस हमले में 25 सिखों की जान चली गई थी, यूरोपीयन थिंक टैंक को शक है कि इस हमले के पीछे आइएसआइ की साजिश थी।

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इससे पहले गुरुद्वारे में मारे गए सिखों के परिवारों ने अल्पसंख्यक समुदाय पर हमलों की जांच की मांग की थी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि अफगानिस्तान में रहते हुए थक गए हैं। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बुधवार को हुए हमले में इस्लामिक स्टेट के एक आंतकी ने एक प्रमुख गुरुद्वारे में खुद को उड़ा लिया था, जिसमें 25 सिख मारे गए और आठ अन्य लोग घायल हो गए थी। वहीं महिलाओं और बच्चों समेत 80 लोगों को गुरुद्वारे से बचा लिया गया था। इसके बाद सिखों के अंतिम संस्कार की जगह के पास एक और धमाका हुआ। इस धमाके में एक बच्चा घायल हो गया था।

सिख परिवारों ने गुरुवार को पीड़ितों के अवशेषों का अंतिम संस्कार किया और सरकार से हमलों की जांच करने की गुजारिश की थी। कुछ सिख नागरिकों ने कहा कि वे अफगानिस्तान में रहने से थक गए हैं। मारे गए एक व्यक्ति के परिवार के सदस्य अंधार सिंह ने कहा कि कौन सी धार्मिक पुस्तक आपको मस्जिद या धर्मशाला पर हमला करने के लिए कहती है। वह किस धर्म में होता है?

अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि धार्मिक स्थलों पर हमले से दुश्मनों की कमजोरी का पता चलता है, धार्मिक स्थलों को निशाना नहीं बनाना चाहिए।

बता दें कि सिख पहले भी अफगानिस्तान में इस्लामी आतंकवादियों के हमलों का निशाना बन चुके हैं। इससे पहले जुलाई 2018 में, ISIS के आतंकवादियों ने पूर्वी शहर जलालाबाद में सिखों और हिंदुओं की सभा पर हमला किया था, जिसमें 19 लोग मारे गए और 20 घायल हुए थे।


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