चिनफिंग ने किम जोंग से कहा- दुनिया चाहती है उत्तर कोरिया और अमेरिका की वार्ता सफल हो
अंतरराष्ट्रीय मीडिया को चिनफिंग के दौरे की कवरेज से दूर रखा गया है। संभावना जताई जा रही है कि चिनफिंग परमाणु हथियारों के मसले पर किम जोंग से वार्ता करेंगे।
प्योंगयांग, एएफपी/रायटर। दुनिया चाहती है उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर चल रही वार्ता सफल हो। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने उत्तर कोरिया पहुंचकर वहां के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन से यह बात कहकर उम्मीदों को हवा दे दी है।
अमेरिका के साथ ट्रेड वार के दौर में चिनफिंग ने यह बात तब कही है जब चंद रोज बाद जी-20 देशों के सम्मेलन में उनकी मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से होनी है। परमाणु हथियारों को लेकर उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच की तनातनी सर्वविदित है।
गुरुवार को चिनफिंग का उत्तर कोरिया पहुंचने पर वहां के सर्वोच्च नेता किम जोंग ने भव्य स्वागत किया। चिनफिंग बीते 14 साल में पड़ोसी देश उत्तर कोरिया जाने वाले पहले चीनी राष्ट्रपति हैं।
परमाणु हथियार और बैलेस्टिक मिसाइल विकसित करने के चलते संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंध झेल रहे उत्तर कोरिया के लिए चिनफिंग का दौरा राहत देने वाला माना जा रहा है। उस पर प्रतिबंध तो चीन ने भी लगा रखे हैं लेकिन जरूरी वस्तुओं के लिए चीन अभी भी पड़ोसी देश का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है।
इतना ही नहीं रणनीतिक और कूटनीतिक मामलों में भी चीन उत्तर कोरिया का सबसे बड़ा पैरोकार है। चिनफिंग के दौरे से पहले किम जोंग चार बार चीन का दौरा कर आए थे। इस लिहाज से उत्तर कोरिया ने अब चिनफिंग के प्योंगयांग आने की उम्मीद लगा रखी थी। चिनफिंग प्योंगयांग दौरा दो दिन का है।
अभूतपूर्व स्वागत
किम जोंग ने हवाई अड्डे पर पहुंचकर चिनफिंग और उनकी पत्नी पेंग लियुआन का स्वागत किया। चिनफिंग को 21 तोपों की सलामी दी गई। हवाई अड्डे के बाहर दोनों नेताओं के बड़े-बड़े पोर्टेट लगाए गए हैं। प्योंगयांग की सड़कों पर हजारों की संख्या में चीन और उत्तर कोरिया के झंडे लगाए गए हैं।
दसियों हजार लोगों ने सड़क के किनारों पर खड़े होकर चिनफिंग का प्योंगयांग में स्वागत किया। इसके बाद चिनफिंग का कमसूसन पैलेस में भव्य औपचारिक स्वागत किया गया, यहां उत्तर कोरिया के संस्थापक किम इल सुंग और उनके उत्तराधिकारी किम जोंग इल के पार्थिव शरीर सुरक्षित रखे गए हैं। ये दोनों उत्तर कोरिया के वर्तमान शासक किम जोंग उन के पिता और बाबा थे। इसके बाद दोनों नेता औपचारिक वार्ता के लिए रवाना हो गए।
संभावना जताई जा रही है कि चिनफिंग परमाणु हथियारों के मसले पर किम जोंग से वार्ता करेंगे। अगर वह किसी ठोस नतीजे पर पहुंचे तो वह चिनफिंग के लिए क्षेत्र में अपने प्रभाव को दिखाने का मौका होगा। अंतरराष्ट्रीय मीडिया को चिनफिंग के दौरे की कवरेज से दूर रखा गया है।
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