यूरोपीय संसद के अध्यक्ष सासोली का निधन, जयशंकर ने जताया दुख
2019 में यूरोपीय संसद के अध्यक्ष चुने गए सासोली का 65 साल की उम्र में निधन हो गया। उनका ज्यादातर कार्यकाल कोरोना महामारी से प्रभावित रहा। करीब ढाई साल के इस कार्यकाल में उन्हें यूरोपीय संसद में रिमोट वोटिंग सिस्टम जैसे नए बदलाव लाने का श्रेय दिया जाता है।
ब्रसेल्स, एपी। यूरोपीय संसद (European Union, EU) के अध्यक्ष डेविड सासोली (Davud Sassoli) का मंगलवार को निधन हो गया। बीते साल से बीमार चल रहे सासोली 65 साल के थे। 2019 में अध्यक्ष चुने गए सासोली का ज्यादातर कार्यकाल कोरोना महामारी से प्रभावित रहा। करीब ढाई साल के इस कार्यकाल में उन्हें यूरोपीय संसद में रिमोट वोटिंग सिस्टम जैसे नए बदलाव लाने का श्रेय दिया जाता है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सासोली के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'सासोली के निधन की खबर सुनकर काफी दुखी हूं। उनका गर्मजोशी भरा व्यक्तित्व हमारी स्मृतियों में रहेगा। उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं।'
Saddened to hear of the passing away of David Sassoli, President of the European Parliament. Recall from our meetings his warm personality and incisive mind. Condolences to his family.— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) January 11, 2022
बता दें कि सासोली ने महामारी के दौरान एकजुटता दिखाते हुए संसदीय परिसरों को सहायता केंद्रों में बदल दिया था, जहां जरूरतमंद परिवारों के लिए खाना बनाने और कोविड जांच का प्रबंध किया गया। सासोली 2009 में यूरोपीय संसद के लिए चुने जाने से पहले इटली के एक चर्चित टीवी पत्रकार थे।
कमजोर वर्ग के लोगों के हितों की रक्षा के लिए काम कर राजनीति में अपनी जगह बनाने वाले इतालवी पत्रकार एवं यूरोपीय संघ की संसद के अध्यक्ष डेविड सासोली को यूरोपीय संघ परिषद प्रमुख चार्ल्स माइकल ने एक गंभीर और उत्साही यूरोपीय बताया। उन्होंने कहा, 'हमें उनकी गर्मजोशी, उदारता और मित्रता की बहुत याद आएगी।' सासोली के प्रवक्ता राबर्टो कुइलो ने एक ट्वीट में बताया कि इटली के उत्तर-पूर्वी शहर एवियानो में सोमवार देर रात एक बजकर 15 मिनट पर सासोली का निधन हो गया। ट्वीट में अन्य कोई जानकारी नहीं दी गई। उनके निधन से एक दिन पहले कुइलो ने एक बयान में कहा था कि प्रतिरोधी प्रणाली के असामान्य हो जाने की वजह से सासोली 26 दिसंबर से अस्पताल में भर्ती थे।
सासोली पिछले साल सितंबर में लेजियोनेला जीवाणु से संक्रमित हो गए थे जिसके बाद उन्हें निमोनिया हो गया था। उसके बाद से उनका स्वास्थ्य खराब ही था। लगातार उनका स्वास्थ्य गिरता चला गया और वह कई अहम विधायी बैठकों से दूर रहे थे। हालांकि अपनी ओर से उन्होंने काम पर ध्यान देने की पूरी कोशिश की। उन्होंने शरणार्थियों के भूमध्य सागर पार करते समय मौत होने के मुद्दे को उठाया था। सासोली के परिवार में उनकी पत्नी और उनकी दो संतान हैं।
इतालवी प्रधानमंत्री मारियो द्राघी ने इतालवी सरकार की ओर से एक शोक संदेश भेजा और सासोली को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें एक जोशीला पत्रकार, यूरोप का जोरदार समर्थक और संतुलन एवं मानवता का प्रतीक बताया। यूरोपीय संसद का मुख्यालय फ्रांस के स्ट्रासबर्ग में है। यह यूरोपीय संघ के 45 करोड़ नागरिकों का प्रतिनिधित्व करता है और खुद को 'यूरोपीय लोकतंत्र का हृदय' बताता है। यह यूरोपीय संघ की सात शाखाओं में से एक है और इसके 700 से अधिक सदस्य हैं।