भूटान पहुंचे जयशंकर, रिश्ते को और मजबूत बनाने पर सहमति
प्रधानमंत्री शेरिंग ने पद संभालने के बाद जयशंकर के सबसे पहले भूटान आने के लिए खुशी जाहिर की। उन्होंने अपनी भावनाएं ट्विटर के जरिये व्यक्त कीं।
थिंपू, प्रेट्र। विदेश मंत्री के रूप में अपनी पहली विदेश यात्रा पर शुक्रवार को भूटान पहुंचे एस जयशंकर ने वहां के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की। प्रधानमंत्री डॉ. लोते शेरिंग से द्विपक्षीय मामलों पर महत्वपूर्ण बातचीत में दोनों नेताओं ने विकास कार्यो में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई। ऊर्जा के क्षेत्र में पनबिजली परियोजनाएं स्थापित करने पर जोर दिया गया। भारतीय विदेश मंत्री ने इस मौके पर भूटानी प्रधानमंत्री को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश और शुभकामनाएं भी दीं। जयशंकर दो दिनों के भूटान दौरे पर हैं।
मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री शेरिंग ने पद संभालने के बाद जयशंकर के सबसे पहले भूटान आने के लिए खुशी जाहिर की। उन्होंने अपनी भावनाएं ट्विटर के जरिये व्यक्त कीं। जवाब में डॉ. जयशंकर ने भी भूटानी प्रधानमंत्री से मुलाकात पर खुशी जाहिर की और उसे सद्भावनापूर्ण बताया। जानकारी दी कि प्रधानमंत्री मोदी का संदेश देकर द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया है कि निकट सहयोगी भूटान से विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर की कई मुद्दों पर सकारात्मक वार्ता हुई।
इससे पहले विदेश मंत्री जयशंकर नियमित विमान सेवा से नई दिल्ली से थिंपू पहुंचे, जहां हवाई अड्डे पर भूटानी समकक्ष डॉ. टांडी दोरजी ने उनका स्वागत किया। दोरजी के साथ जयशंकर ने द्विपक्षीय संबंधों पर बात की। दोनों पक्षों ने बातचीत सकारात्मक होने की जानकारी दी है। भूटान, भारत का पड़ोसी देश होने के साथ ही निकट सहयोगी भी है। 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान से ही विदेश यात्राओं की शुरुआत की थी।
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