इटली और स्पेन कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित मगर यहां के इन दो गांवों में एक भी मरीज नहीं
कोरोना से जहां पूरी दुनिया परेशान है वहीं इटली और स्पेन के दो गांव ऐसे हैं जहां अब तक एक भी मरीज नहीं पाए गए हैं। ये अपने आप में अचरच की बात है।
रोम। चीन से निकले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तहलका मचा रखा है। अब तक लाखों लोग इसकी चपेट में आकर अपनी जान गंवा बैठे हैं। अमेरिका के बाद इटली और स्पेन ही वो दो देश हैं जहां सबसे अधिक मौतें हुई है। एक दूसरा सच ये भी है कि इन दोनों देशों के ही दो इलाके ऐसे हैं जहां पर अब तक कोरोना का एक भी मरीज नहीं मिला है। इस वजह से इन दोनों इलाकों के लोग खुश हैं और ये अपने आप में सोचने वाली बात भी है।
इटली में अब तक कोरोना से संक्रमितों की संख्या 1 लाख 28 हजार 984 तक पहुंच चुकी है जबकि 15 हजार 887 लोग मर चुके हैं, 21 हजार 815 लोग ठीक हो चुके हैं। स्पेन में एक लाख 30 हजार 759 लोग संक्रमण का शिकार हुए हैं, 12 हजार 418 की मौत हो चुकी है और 38 हजार 80 लोग ठीक हुए हैं। हम आपको इस खबर के माध्यम से इटली और स्पेन के इन्हीं दोनों इलाकों के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
इटली में जहां एक ओर कोरोना से हजारों लोगों की मौत हो चुकी हैं वहीं यहां एक ऐसी जगह भी है जहां अब तक कोरोना का एक भी मरीज सामने नहीं आया है। ये अपने आप में इटली के साथ-साथ पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। ये पहला मौका नहीं है जब इस इलाके के बारे में चर्चा हो रही है, इससे पहले भी इस इलाके की काफी चर्चा रही है।
इस इलाके के बारे में एक और मान्यता है कि नेपोलियन बोनापार्ट के सैनिक जब काफी बीमार थे और उनमें से कई को निमोनिया की शिकायत थी तो उन सबने इटली के इसी गांव के कुएं का पानी लिया था और उसका इस्तेमाल किया था, उसी के बाद इन सैनिकों की बीमारी ठीक हो गई थी। अब जब इस गांव में अब तक कोरोना का कोई मरीज नहीं पाया गया है तो उसको भी इसी कुएं के जादुई पानी से जोड़कर देखा जा रहा है।
इटली के पूर्वी क्षेत्र में स्थित है गांव
इस गांव का नाम मोंताल्दो तोरीनीज है। ये गांव इटली के पूर्वी क्षेत्र पियोदमॉन्ट में तुरीन शहर में स्थित है। यहां लोगों का मानना है कि 'जादुई पानी' की वजह से कोरोना वायरस का एक भी केस नहीं आया। लोगों का कहना है कि इसी पानी ने नेपोलियन बोनापार्ट के सैनिकों का निमोनिया तक ठीक हो गया था। मोंताल्दो तोरीनीज गांव तुरीन से लगभग 19 किलोमीटर की दूरी पर है। तुरीन में शनिवार को कोरोना संक्रमण के लगभग 3,658 मामले सामने आए। वहीं, पियोदमॉन्ट इलाका बुरी तरह प्रभावित है और यहां 8,206 लोग संक्रमित हैं।
नेपोलियन की सेना को किया था ठीक
ऐसा माना जाता है कि 720 लोगों की आबादी वाले मोंताल्दो तोरीनीज गांव के कुएं का पानी नेपोलियन की सेना को ठीक करने में मददगार साबित हुआ था। पियोदमॉन्ट के मेयर सर्गेई गियोत्ती ने बताया कि यहां की स्वच्छ हवा और कुएं के पानी की वजह से सभी पूरी तरह ठीक हैं। वो भी ये मानते हैं कि कुएं का पानी जादुई शक्ति वाला है, यहां के लोग इसी पानी का इस्तेमाल करते हैं।
चूंकि इस पानी का इस्तेमाल करके नेपोलियन की सेना के सिपाही भी ठीक हो गए थे तभी से ये मान्यता है कि यदि यहां रह रहे लोगों को किसी तरह की कोई बीमारी होती है तो वो इस कुएं के पानी का सेवन करके ठीक हो जाते हैं। तभी से ये मान्यता चली आ रही है। उन्होंने बताया कि स्वच्छ हवा और स्वस्थ जीवनशैली की वजह से यहां कोरोना नहीं फैल पाया। उन्होंने लोगों को जागरूक किया और सभी परिवारों को मास्क बांटे। उन्होंने बताया कि मैंने गांव के लोगों को रोज हाथ साफ करने और लोगों के सीधे संपर्क में न आने को लेकर जागरूक किया। यह गांव इस इलाके का पहला क्षेत्र है, जहां सभी परिवारों को मास्क बांटे गए।
उधर रिपोर्ट्स के मुताबिक स्पेन में कोरोना वायरस (कोविड-19) से अब तक 11,000 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं, संक्रमित लोगों की संख्या एक लाख 19 हजार को पार कर गई है। लेकिन स्पेन में एक ऐसा शहर भी है जहां एक भी लोग कोरोना से संक्रमित नहीं हैं। इस शहर का नाम जहारा डि ला सिएरा है। स्पेन के इस पहाड़ी शहर में कोरोना का एक भी केस नहीं हैं।
दरअसल, संक्रमण शुरू होने के बाद इस शहर ने खुद को दुनिया से काट लिया था। इसकी वजह से देश में कोरोना से बहुत बुरे हालात होने पर भी यहां स्थिति अच्छी है। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, जहारा डि ला सिएरा दक्षिणी स्पेन में स्थित शहर है।14 मार्च को जब पूरे स्पेन में चेतावनी जारी की गई तो शहर के मेयर सैन्टियागो गाल्वन ने 5 रास्तों में से 4 को बंद कर दिया।
शहर में ज्यादातर रास्ते बंद कर देने की वजह से स्पेन में एक लाख 19 हजार संक्रमित होने के बावजूद इस शहर में अब तक कोई कोरोना केस नहीं आया है। हाड़ी शहर जहारा डि ला सिएरा में करीब 1400 लोगों की आबादी है। शहर में जाने के लिए सिर्फ एक रास्ता खुला है और वहां सिर्फ एक पुलिस ऑफिसर को तैनात किया गया है। जो भी गाड़ियां इस शहर में आती हैं, प्रोटेक्टिव कपड़ा पहने हुए दो व्यक्ति उस पर स्प्रे छिड़कते हैं ताकि इंफेक्शन के खतरे को कम किया जा सके। सभी गाड़ियों के टायर को भी संक्रमण मुक्त किया जाता है। मेयर ने बताया कि हर सोमवार और गुरुवार को शाम 5.30 बजे 10 लोग पूरे शहर, सड़क, प्लाजा और घरों के बाहरी हिस्से को संक्रमण मुक्त करते हैं।